West Bengal : नंदीग्राम में प्रचार के दौरान घायल हुईं CM ममता , बोलीं- जान-बूझकर किसी ने पहुंचाई चोट

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सारे देश की नजर सबसे पहले बंगाल पर है। नंदीग्राम विधानसभा सीट के लिए नामांकन भरने पहुंचीं ममता बनर्जी भाजपा के हिंदुत्व कार्ड में फंस गईं। वे नामांकन भरने से पहले शिवमंदिर पहुंचीं। इसके बाद पदयात्रा निकालकर हल्दिया में अपना नामांकन भरा। इससे पहले मंगलवार को चंडी पाठ करके घर से नंदीग्राम के लिए निकली थीं। इधर, बुधवार को संसदीय दल की बैठक में मोदी ने भरोसा जताया कि इस बार बंगाल की जीत सुनिश्चित है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 10, 2021 8:39 AM IST / Updated: Mar 10 2021, 09:48 PM IST

कोलकाता, पश्चिम बंगाल.  पं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान घायल हो गईं। ममता ने कहा कि वे जब कार में बैठ रही थीं, उन्हें किसी ने धक्का दिया। ममता बनर्जी ने कहा, 4-5 लोगों ने गाड़ी एकदम बंद कर दी। बहुत चोट लग गई। वहां लोकल पुलिस से कोई नहीं था। किसी की साजिश जरूर है। यह जानबूझकर किया गया है। इस घटना के बाद उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में लाया गया। यहां राज्यपाल जगदीप धाकड़ उन्हें देखने पहुंचे। ममता बनर्जी मंगलवार को नंदीग्राम में प्रचार करने पहुंची थीं। उन्होंने बुधवार को यहां नामांकन भरा।  

उधर, भाजपा ने ममता के आरोपों पर निशाना साधा। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा, क्या हमला करने वाले तालिबानी थे। ममता के साथ फोर्स मौजूद था। उनके पास कौन जा सकता है। उनकी सुरक्षा में लगे 4 आईपीएस अफसरों को तुरंत सस्पेंड करना चाहिए। हमला करने वाले भी गायब हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। ममता यह सब ड्रामा सहानुभूति के लिए कर रही हैं। 

मंदिर में दर्शन के बाद भरा नामांकन
पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में बंगाल सबसे चरम पर है। ममता बनर्जी बुधवार को जब नंदीग्राम विधानसभा सीट के लिए हल्दिया में अपना नामांकन भरने पहुंचीं, तो पहले शिव मंदिर गईं। इसके बाद पदयात्रा करते हुए नामांकन भरने पहुंचीं।  इससे पहले मंगलवार को कोलकाता से अपने घर से निकलने से पहले उन्होंने चंडी का पाठ किया था। ममता अपनी तीसरी पारी दोहराने का दावा ठोंक रही हैं, जबकि बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक में मोदी ने भरोसा जताया कि बंगाल में भाजपा की जीत सुनिश्चित है। बंगाल चुनाव में हिंदुत्व एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है।

करीब 3.30 बजे नामांकन भरने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी गुरुवार को मैनिफेस्टो जारी करेगी। ममता ने दावा किया कि जीत उन्हीं की होगी। ममता बनर्जी ने कहा कि वे किसानों के लिए 26 दिनों तक भूख हड़ताल पर रहीं। वे नंदीग्राम या सिंगूर से चुनाव लड़ना चाहती थीं। ममता बनर्जी की पदयात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने खेला होबे का नारा लगाया। ममता बनर्जी ने करीब 1.55 बजे अपना नामांकन दाखिल किया। ममता बनर्जी गुरुवार को कोलकाता के कालीघाट मंदिर से पार्टी का घोषणा पत्र जारी करेंगी।

जब ममता बनर्जी नामांकन भरने पहुंचीं, उसी दौरान भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी भी नंदीग्राम में में अपने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन कर रहे थे। यहां शुभेंदु ने हनुमान मंदिर में जाकर दर्शन किए। उन्होंने रोड शो भी किया। उन्होंने कहा कि ममता डरती हैं। उनकी राजनीति पलट गई है, इसलिए गलत मंत्र का जाप कर रही हैं। वे नंदीग्राम में सिर्फ एक अतिथि हैं। वे मोदी को बाहरी बताती रही हैं, अब लोग उन्हें बाहरी बता रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि भाजपा अगर सत्ता में आई, तो चिटफंड कंपनियों का शिकार लोगों को उनके पैसे वापस मिलेंगे। शुभेंदु ने दावा किया कि वे 50000 वोटों से जीतेंगे। ममता V/s शुभेंदु के बीच सीपीएम ने मीनाक्षी मुखर्जी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

जानें कुछ खास बातें
11 फरवरी को कूचबिहार की रैली में अमित शाह ने कहा था कि चुनाव आते-आते दीदी भी जयश्री राम बोलने लगेंगी। ऐसा होता दिख रहा है। मंगलवार को कोलकाता से नंदीग्राम निकलने से पहले ममता ने करीब 3 मिनट तक सार्वजनिक तौर पर चंडीपाठ किया। अब बुधवार को नामांकन भरने निकलत समय रोड शो से पहले वे शिवमंदिर पहुंचीं। उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया कि बंगाल में रोहिंग्या के साथ-साथ ममता दीदी भी नर्वस हैं। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि मंदिर जाएं या मस्जिद।

ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि वे ब्राह्मण हैं। भाजपा उन्हें धर्म  न सिखाए। बता दें कि नंदीग्राम में ममता की टक्कर उनकी ही पार्टी से भाजपा में गए शुभेंदु अधिकारी से है। शुभेंदु 12 मार्च को अपना पर्चा दाखिल करेंगे। 
ममता ने मंगलवार को नंदीग्राम में जनसभा में कहा था- ‘मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलो, मैं भी हिंदू हूं और घर से चंडी पाठ करके निकलती हूं।’इस बयान पर शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को ही पलटवार किया कि क्यों अब उन्हें इस समय खुद को हिंदू बोलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ममता ने गलत चंडीपाठ किया। उन्होंने हिंदुओं का अपमान किया है। मां चंडी का अपमान किया है। शुभेंदु ने चैलेंज किया कि अगर ममता ब्राह्मण की संतान हैं, अगर वे चुनाव जीतती हैं, तो वे (शुभेंदु) टीका लगाना छोड़ देंगे। गले में कंठी पहनना छोड़ देंगे।

जानें कब चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में  294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।

 

 

 

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