सऊदी अरब में महिलाओं के हक के लिए आवाज उठाने वाली लुजैन अल हथलौल को एक हजार एक दिन के बाद जेल से रिहा किया गया है। लुजैन अल हथलौल के बेल की खबर उनके परिवार ने दी। 31 साल की लुजैन को 5 साल 8 महीने के लिए जेल में डाल दिया गया था।
हटके डेस्क: भले ही अब सऊदी अरब (saudi arab) में अब महिलाओं को ड्राइविंग की इजाजत है। लेकिन कुछ समय पहले तक ऐसा नहीं था। सऊदी अरब में रहने वाली 31 साल की महिला अधिकार कार्यकर्ता लुजैन अल हथलौल (Loujain al-Hathloul)को कोर्ट ने देशद्रोही बताकर जेल में डाल दिया था। अब उन्हें करीब तीन साल बाद रिहा किया गया है। लुजैन ने सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग का हक दिए जाने पर जोर दिया था। उन्होंने इसपर लगी रोक को हटाने के लिए सरकार पर काफी दवाब भी बनाया था। इसके बाद उनपर आतंकवाद निरोधक कानून के तहत कई आरोप दर्ज कर जेल में बंद कर दिया गया था।
बता दें कि अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के कारण भी सऊदी अरब लूजैन अल-हथलौल के केस में थोड़ी नरम पड़ी और अब उन्हें आखिरकार जेल से रिहा कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी लूजैन अल-हथलौल की रिहाई के कदम का स्वागत किया है।
2018 में गिरफ्तार की गई थी लुजैन
मई 2018 में लुजैन अल हथलौल को आतंकवाद निरोधक कानून के तहत 5 साल 8 महीने की सजा सुनाई गई थी। उनके ऊपर देशद्रोह और विदेशियों के साथ मिलकर देश के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया गया था। हालांकि पिछले साल हुई सुनवाई में उनकी सजा में 2 साल 10 महीने की कटौती कर दी गई थी। इसके बाद उन्हें 1001 दिन बाद बुधवार यानी की 10 फरवरी 2021 को जेल से रिहाई मिली। जिसकी जानकारी उनकी बहन ने ट्वीट कर दी और लिखा कि 'जेल में 1001 दिनों के बाद लुजैन घर में हैं।'
जेल में यौन उत्पीड़न का भी शिकार हुई लुजैन
लुजैन अल हथलौल ने अपने परिवार को बताया कि उनके साथ जेल में बहुत दुर्व्यवहार किया गया। यहां तक की उनके साथ यौन शोषण भी हुआ। हालांकि रियाद ने लगातार इन आरोपों से इनकार किया है।
जून 2018 में महिलाओं को मिला था ड्राइविंग लाइसेंस
6 जून 2018 को सऊदी अरब में पहली बार महिलाओं को लाइसेंस जारी किया गया था। इससे कुछ दिन पहले सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने महिलाओं पर लगे ड्राइविंग बैन को हटाने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। इसके लिए ही लुजैन अल हथलौल काफी समय से मशक्कत कर रही थी।