अफगान शांति प्रक्रिया के तहत पीएम मोदी से मिले अफगान शांति परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला

तालिबान के साथ वार्ता में अफगानिस्तान सरकार की ओर से मुख्य वार्ताकार के रूप में शामिल अब्दुल्ला अब्दुल्ला (Abdullah Abdullah) की गुरूवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई।  मुलाकात में पीएम मोदी और अब्दुल्ला ने अफगान शांति प्रक्रिया और भारत-अफगानिस्तान द्विपक्षीय संबंधों को अधिक गहरा करने के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता जताई है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2020 7:42 AM IST / Updated: Oct 08 2020, 01:13 PM IST

नई दिल्ली. तालिबान के साथ वार्ता में अफगानिस्तान सरकार की ओर से मुख्य वार्ताकार के रूप में शामिल अब्दुल्ला अब्दुल्ला (Abdullah Abdullah) की गुरूवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई।  मुलाकात में पीएम मोदी और अब्दुल्ला ने अफगान शांति प्रक्रिया और भारत-अफगानिस्तान द्विपक्षीय संबंधों को अधिक गहरा करने के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता जताई है। अब्दुल्ला ने कहा कि भारत के साथ ऐतिहासिक संबंध हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। अब्दुल्ला भारत सरकार के निमंत्रण पर यहां आए हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। अब्दुल्ला अफगान शांति परिषद के प्रमुख हैं।

इससे पहले बुधवार को अब्दुल्ला ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor)  से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता की प्रगति और अन्य द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा हुई। वार्ता में भारत ने शांति वार्ता के पूर्ण समर्थन का एलान किया।

शांति समझौते में भारत का समर्थन- अब्दुल्ला

बैठक में डोभाल के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवाने, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान मामलों के संयुक्त सचिव जेपी सिंह भी शामिल थे। वार्ता के बाद ट्वीट कर अब्दुल्ला ने शांति वार्ता को भारत के पूरे समर्थन के बारे में बताया। कहा कि डोभाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि अफगानिस्तान में होने वाले शांति समझौते का भारत पूरा समर्थन करेगा।

अब्दुल्ला ने बताया कि भारत स्वतंत्र, लोकतांत्रिक, संप्रभु और शांत अफगानिस्तान के पक्ष में है। बातचीत में डोभाल ने भारत की इस अपेक्षा को अभिव्यक्त किया। वार्ता में अब्दुल्ला के साथ कई अफगान नेता और अधिकारी भी शामिल थे। उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच पहली बार वार्ता हो रही है। अफगानिस्तान में राष्ट्रपति अशरफ गनी के बाद नंबर दो की हैसियत रखने वाले अब्दुल्ला पांच दिन की यात्रा पर मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं।

Share this article
click me!