
काबुल। अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को फाइनल किया जा रहा है। पंजशीर में तालिबान ने पूरी ताकत झोंक दी है। बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान के लोगों के लिए लड़ रहे अमरूल्लाह सालेह पंजशीर से निकलकर ताजिकिस्तान में शरण लिए हैं। तालिबान काफी नुकसान के बाद पंजशीर के कई जिलों के अपने नियंत्रण में लेने का दावा कर रहा है।
इन देशों के प्रतिनिधियों के मौजूद रहने की उम्मीद
उधर, नई सरकार की तैयारियां भी जोरों पर है। तालिबान ने नई सरकार की ताजपोशी में शामिल होने के लिए पाकिस्तान, चीन तुर्की, कतर, रूस, और ईरान को बुलावा भेजा है। हालांकि अभी तक इस समारोह में तालिबान द्वारा भारत को आमंत्रित करने की बात सामने नहीं आई है। भारत सरकार या तालिबान की ओर से आमंत्रित देशों की सूची अभी सार्वजनिक नहीं की जा सकी है।
तालिबान का विरोध करने वाले देश के दुश्मन करार
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने काबुल में सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की। मुजाहिद ने कहा कि युद्ध खत्म हो चुका है। अब हमें एक स्थिर अफगानिस्तान की उम्मीद है। उसने यह भी कहा कि अब जो भी विद्रोह करेगा, देश और यहां के लोगों का दुश्मन होगा। उन्होंने कहा कि भगोड़े कभी भी इस देश का पुनर्निर्माण नहीं करेंगे। इसे हमें और हमारे देश के लोगों को ही करना होगा।
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