एक तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अफगानिस्तान की यात्रा कर रहे हैं, दूसरी ओर दुनिया के दस देश मॉस्को फार्मेट में तालिबान से बातचीत कर रहे हैं। रूस में चल रही इस वार्ता में भारत, पाकिस्तान, चीन समेत दुनिया के दस देश शामिल हैं।
काबुल। भारत (India) के साथ तालिबान (Taliban)के नेताओं की मुलाकात के बाद पाकिस्तान (Pakistan)बेचैन हो गया है। भारतीय नेताओं के मुलाकात के अगले ही दिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) अफगानिस्तान यात्रा (Afghanistan Visit) पर पहुंच गए हैं। शाह महमूद के साथ आईएसआई (ISI) के चीफ फैज हामिद (Faiz Hamid) भी काबुल (Kabul) पहुंचे हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बताया कि काबुल में होने वाली इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते विकसित करने पर चर्चा होगी। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा भी होगा। पाकिस्तानी विदेश मंत्री का यह दौरा एक दिन का है। इस दौरान वो अफगानिस्तान के अन्य हाईप्रोफाइल लोगों से भी मुलाकात कर सकते हैं।
तालिबान के विदेश मंत्री पहुंचे पाकिस्तान के मंत्री का स्वागत करने
दुनिया से अलग-थलग पड़ चुके तालिबान से मुलाकात करने पहुंचे पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का स्वागत करने अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी पहुंचे थे। अफगानिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत मंसूर अहमद खान भी यहां मौजूद रहे। बता दें कि अभी तक अफगानिस्तान में बनी तालिबान की इस्लामिक अमीरात सरकार को दुनिया के किसी भी देश ने मान्यता नहीं दी है।
उधर, मॉस्को फार्मेट में चल रही है दस देशों की बातचीत
एक तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अफगानिस्तान की यात्रा कर रहे हैं, दूसरी ओर दुनिया के दस देश मॉस्को फार्मेट में तालिबान से बातचीत कर रहे हैं। रूस में चल रही इस वार्ता में भारत, पाकिस्तान, चीन समेत दुनिया के दस देश शामिल हैं। हालांकि, एक दिन पहले ही तालिबान ने यह दावा किया कि उसने भारत के प्रतिनिधियों से मॉस्को फार्मेट से अलग हटकर बातचीत की है। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिज ने कहा था कि भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता देने की पेशकश की है।
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