सार
एक तरफ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, अपने प्रधानमंत्री काल के दौरान मिले गिफ्ट की नीलामी कराकर देशसेवा में लगा रहे तो दूसरी तरफ पाकिस्तान के पीएम इमरान खान हैं, जो गिफ्ट को बेचकर अपनी संपत्ति बना रहे हैं।
इस्लामाबाद। एक तरफ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi), अपने प्रधानमंत्री काल के दौरान मिले गिफ्ट की नीलामी कराकर देशसेवा में लगा रहे तो दूसरी तरफ पाकिस्तान के पीएम (Pakistan PM) इमरान खान (Imran Khan) हैं, जो गिफ्ट को बेचकर अपनी संपत्ति बना रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर दूसरे देशों से मिले तोहफों को गैर कानूनी तरीके से बेचने का आरोप लगा है। आरोप है कि गिफ्ट में मिले दस लाख डॉलर की महंगी घड़ी भी उन्हों ने बेच दी है।
मरियम नवाज ने ट्वीट कर लगाया आरोप
पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज (Mariam Nawaz) ने उर्दू में ट्वीट किया है कि इमरान खान ने दूसरे देशों से मिले तोहफों को बेच दिया है। पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने आरोप लगाया कि खलीफा हजरत उमर (पैगंबर मुहम्मद के साथी) अपनी कमीज और लबादे के लिए जवाबदेह थे और एक तरफ आपने (इमरान खान) तोषाखाने के तोहफे लूटे और आप मदीने जैसा राज स्थापित करने की बात करते हो? कैसे कोई व्यक्ति इतना असंवेदनशील, बहरा, गूंगा और अंधा हो सकता है?
पीडीएम प्रमुख बोले-महंगी घड़ी भी इमरान खान ने बेची
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) चीफ मौलाना फजलुर रहमान (Maulana Fazalur Rehman) ने कहा कि पीएम इमरान खान ने एक प्रिंस से मिली महंगी घड़ी को बेच दिया है। यह शर्मनाक है। सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही हैं कि इमरान खान को खाड़ी देश के एक राजकुमार ने 10 लाख अमेरिकी डॉलर की घड़ी उपहार में दी थी। घड़ी को दुबई में खान के एक करीबी ने 10 लाख डॉलर में बेच दिया और पैसे इमरान खान को दिए। कथित तौर पर प्रिंस को भी तोहफे की बिक्री का पता चला है।
यह है नियम
संवैधानिक पदों पर बैठे राष्ट्र प्रमुखों और अधिकारियों के बीच आधिकारिक दौरों पर तोहफों का आदान-प्रदान होता है। पाकिस्तान में गिफ्ट डिपोजिटरी (तोषाखाना) नियमों के मुताबिक, ये तोहफे राष्ट्र की संपत्ति होते हैं, जब तक इनकी खुली नीलामी ना हो। नियमों के मुताबिक, 10 हजार रुपये से कम के तोहफे रख सकते हैं।
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