
वर्ल्ड डेस्क। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) सोमवार को शपथ ग्रहण करेंगे। पदभार संभालने के बाद पहले दिन वह अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। इसका असर भारत पर भी होगा। अमेरिका में बड़ी संख्या में भारत के अवैध प्रवासी हैं। ट्रम्प अपने यहां अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस उनके देश भेजने के लिए इतिहास का सबसे बड़ा अभियान शुरू करेंगे। ऐसे लोगों को पकड़कर विमान से उनके देश पहुंचाया जाएगा।
ट्रम्प ने सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही जमीनी स्तर पर काम शुरू करने का वादा किया है। कहा कि वह देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए इमिग्रेशन पर कड़े प्रतिबंध लगाएंगे। ट्रंप ने रविवार को शपथ ग्रहण से पहले एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने चुनावी वादे को पूरा करने का वादा करते हुए पदभार ग्रहण करने के पहले दिन ही इमिग्रेशन पर कठोर प्रतिबंध लगाने की कसम खाई। वाशिंगटन डीसी के कैपिटल वन एरिना में मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (एमएजीए) 'विजय रैली' में ट्रंप ने कहा कि सोमवार को दोपहर में शपथ ग्रहण करने के बाद "हमारे देश पर आक्रमण" रुक जाएगा।
ट्रम्प ने कहा, "हम अपनी सीमाओं पर हमले रोकने जा रहे हैं। हम अपनी संपत्ति फिर से पाने जा रहे हैं। हम उस तरल सोने को खोलने जा रहे हैं जो हमारे पैरों के नीचे है।"
ट्रम्प ने कहा कि उनका प्रशासन जल्द ही देश की सीमाओं को सुरक्षित करेगा। उन्होंने कहा, "हम अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभ्यास शुरू करेंगे। हम अमेरिकी धरती पर सक्रिय हर अवैध विदेशी गिरोह के सदस्य और प्रवासी अपराधी को बाहर निकाल देंगे।"
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न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार सोमवार को ट्रम्प के पहले कार्यकारी आदेशों में सीमा सुरक्षा को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा। ड्रग माफियाओं को "विदेशी आतंकवादी संगठन" के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा। अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर इमरजेंसी की घोषणा की जाएगी।
ट्रम्प ने इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते का श्रेय लिया और कहा कि उस समय अगर वह राष्ट्रपति होते तो यह लड़ाई नहीं होती। उन्होंने कहा, "हमने मध्य पूर्व में स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम उठाते हुए एक ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता हासिल किया है। यह समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के चलते हुआ। पहले बंधकों को अभी रिहा किया गया है। बाइडेन (अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति) ने कहा कि उन्होंने समझौता किया है। सबसे पहले, अगर मैं राष्ट्रपति होता तो यह (गाजा युद्ध) कभी नहीं होता।"
बता दें कि रविवार को हमास ने 471 दिनों से बंधक बनाकर रखे गए तीन इजरायली नागरिकों को रिहा किया। इन्हें 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अगवा किया था। बदले में इजरायल ने 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया।
ट्रम्प ने टिकटॉक को वापस ऑनलाइन लाने का श्रेय भी लिया। कहा कि अमेरिका चीनी कंपनी के वीडियो-शेयरिंग ऐप को बचाने के लिए उसे खरीदने के लिए बोली लगाने वालों के साथ मिलकर एक "संयुक्त उद्यम" करेगा।
उन्होंने कहा, "पदभार ग्रहण करने से पहले ही आप ऐसे नतीजे देख रहे हैं, जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। हर कोई इसे 'ट्रम्प प्रभाव' कह रहा है। TikTok वापस आ गया है। मैंने TikTok से जुड़ा एक छोटा-सा काम किया। हमें TikTok को बचाने की जरूरत है, क्योंकि हमें बहुत सारी नौकरियां बचानी हैं। हम अपना कारोबार चीन को नहीं देना चाहते। मैंने TikTok को इस शर्त पर मंजूरी दी थी कि अमेरिका TikTok का 50 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखेगा।"
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