
US President oath: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। अमेरिका में राष्ट्रपति शपथ समारोह इस बार कई इतिहास रचने जा रहा है। पुरानी परंपराओं को तोड़ते हुए ट्रंप ने शपथ में दुनिया के तमाम दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया है। दुनिया के ताकतवर देश के राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण मंच इस बार और खास इसलिए भी होगा क्योंकि दुनिया के टेक जॉयन्ट्स एक साथ उनके मंच पर दिखेंगे।
शपथ में हो रहे बड़े जुटान पर स्वयं डोनाल्ड ट्रंप इसे स्वयं में एक बड़ा बदलाव मान रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि पहले कार्यकाल में, हर कोई मुझसे लड़ रहा था। इस कार्यकाल में, हर कोई मेरा दोस्त बनना चाहता है। मुझे नहीं पता, मेरा व्यक्तित्व बदल गया है या कुछ और।
डोनाल्ड ट्रंप इस बार कई पॉलिसी में व्यापक सुधार और बदलाव का संकेत दे रहे हैं। वह पहले भी इसको लेकर चर्चा कर चुके हैं। इन्हीं बदलावों को देखते हुए टेक सीईओ, ट्रंप के पक्ष में आ रहे हैं। दरअसल, मेटा, ऐप्पल, अमेज़ॅन और अल्फाबेट जैसी प्रमुख टेक कंपनियां एकाधिकार प्रथाओं के आरोप में एंटीट्रस्ट मुकदमों का सामना कर रही हैं। लेकिन ट्रंप के पक्ष में उनके आने से कई बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले टेक सीईओ की सूची में एलन मस्क, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग, सैम ऑल्टमैन, सुंदर पिचाई, शॉ च्यू और टिम कुक शामिल हैं। ये सभी ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन के साथ काम करने को लेकर बेहद उत्साहित दिख रहे।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ डोनाल्ड ट्रंप के संबंध बहुत अच्छा नहीं रहा है। लेकिन अब यह पूरी तरह से बदलता दिख रहा। जुकरबर्ग का मेटा प्लेटफॉर्म से राष्ट्रपति-चुनाव पर प्रतिबंध लगाने से लेकर नीतिगत बदलावों के माध्यम से उन्हें खुश करने तक, तकनीक से राजनीति तक का उनका सफर दिलचस्प है। मेटा ने अपने फैक्ट फाइंडिंग प्रोग्राम को खत्म करने और सामुदायिक नोट्स मॉडल पर जाने का भी निर्णय लिया है। Apple के CEO टिम कुक ने पिछले महीने ट्रम्प से उनके निवास पर रात्रि भोज के लिए मुलाकात की। टिम कुक जानते हैं कि चीन पर टैरिफ लगाने से एप्पल के बिजनेस पर प्रभाव पड़ेगा। लेकिन वह साथ दिख रहे हैं।
Amazon के CEO जेफ बेजोस भी ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के प्रति काफी आशान्वित हैं। अमेजन ट्रंप का उद्घाटन भाषण स्ट्रीम करने के अलावा एक मिलियन डॉलर का डोनेशन भी दिया है। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन भी ट्रंप के साथ दोस्ती करने में देरी करने के मूड में नहीं दिख रहे। उन्होंने ट्रंप के पक्ष में खड़ा होने के लिए शपथ समारोह के लिए एक मिलियन डॉलर का डोनेशन दिया है। ऑल्टमैन ने कहा है कि ट्रम्प के पास AI को संभालने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में अमेरिका को चीन से आगे रखने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करने की क्षमता है। राष्ट्रपति ट्रम्प हमारे देश को AI के युग में ले जाएंगे। Google के CEO सुंदर पिचाई ने भी ट्रंप के पक्ष में बयान देकर उनके पक्ष में खड़ा रहने का संकेत दिया है। यहां तक कि TikTok के CEO शू च्यू भी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को अमेरिका में प्रतिबंधित होने से बचाने के लिए ट्रम्प पर भरोसा कर रहे हैं।
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