
Marco Rubio India Pakistan Ceasefire: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के क्रेडिट फिर से लेते हुए दिखाई दिए। इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन हर दिन भारत और पाकिस्तान के बीच हो रही चीजों पर पैनी नजर रखे हुए हैं। एक इंटरव्यू में रूबियो से ट्रंप के ओवल ऑफिस का कार्यभार संभालने के बाद यूक्रेन पर रूसी हमलों में हुई तेजी को लेकर सवाल किया गया था। इसका जवाब देते वक्त विदेश मंत्री मार्को रूबिया ने पाकिस्तान और भारत को लेकर ये बयान दिया।
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अमेरिका की विदेश मंत्री मार्को रूबिया ने अपनी बात रखते हुए कहा, युद्धविराम का एकमात्र तरीका यह है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गोलीबारी बंद करने पर सहमत हों। और रूस अभी इस पर सहमत नहीं हुआ है। युद्धविराम के बारे में एक जटिलता यह है कि उन्हें बनाए रखना होता है, जो बहुत मुश्किल है। मेरा मतलब है, हर दिन हम इस पर नज़र रखते हैं कि पाकिस्तान और भारत के बीच क्या हो रहा है, कंबोडिया और थाईलैंड के बीच क्या हो रहा है। युद्धविराम बहुत जल्दी टूट सकते हैं, खासकर साढ़े तीन साल के युद्ध के बाद जैसा कि अब हम सामना कर रहे हैं।,
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इन सबके अलावा मार्को रूबिया से ये सवाल किया गया कि ट्रंप प्रशासन ने ट्रंप की बार-बार धमकियों के बावजूद रूस पर नए प्रतिबंध क्यों नहीं लगाए? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा,'जिस दिन उन्होंने कार्यभार संभाला था, उस दिन लागू हर प्रतिबंध बना हुआ है। हर - और उन सभी प्रतिबंधों का प्रभाव बना हुआ है। जब रूसी अलास्का में उतरे, तो उन्होंने कोशिश की - वे वहां ईंधन भरने के लिए थे। उन्हें अपने हवाई जहाजों में ईंधन भरने के लिए नकद भुगतान करने की पेशकश करनी पड़ी क्योंकि वे हमारे बैंकिंग सिस्टम का उपयोग नहीं कर सकते। उन्हें हर दिन परिणाम भुगतने पड़ते हैं। लेकिन लब्बोलुआब यह है कि इसने इस युद्ध की दिशा नहीं बदली है। इसका मतलब यह नहीं है कि वे प्रतिबंध अनुचित हैं। इसका मतलब है कि इसने इसके परिणाम को नहीं बदला है।" इसके अलावा उन्होंने कहा, टऔर जिस मिनट आप नए प्रतिबंध जारी करते हैं, उन्हें बातचीत की मेज पर लाने की आपकी क्षमता, उन्हें बातचीत की मेज पर लाने की हमारी क्षमता बहुत कम हो जाएगी
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