
वाशिंगटन (Washington). अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के आग्रह पर अमेरिका, खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सुरक्षा बल भेजेगा।
सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद यह कदम उठाए जा रहे हैं। अमेरिका इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराता है। पेंटागन प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि जून में अमेरिकी स्पाई ड्रोन पर हमला, ब्रिटेन के तल टैंकर को जब्त किया जाना और पिछले शनिवार को सऊदी के दो प्रतिष्ठानों पर हमला ‘नाटकीय रूप से ईरान की बढ़ी हुए आक्रमकता को दिखाता है।’
उन्होंने कहा कि ईरान की आक्रमकता को रोकने के लिए सऊदी अरब ने अपने अहम प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद का आग्रह किया है और कहा कि सऊदी अरब के आग्रह के प्रतिक्रियास्वरूप राष्ट्रपति ने अमेरिकी बलों की तैनाती की मंजूरी दे दी जो मूल तौर पर रक्षात्मक होगी और उसका ध्यान मुख्य रूप से हवाई और मिसाइल सुरक्षा पर होगा।
वहीं ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जो डनफोर्ड ने कहा कि सुरक्षा बलों की संख्या ‘हजार सैनिकों’ से कम होगी लेकिन उन्होंने सटीक आंकड़ा नहीं दिया।
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]
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