
हवाई यात्रा जहाँ एक ओर मनुष्य के समय की बचत करती है, वहीं दूसरी ओर कुछ ही पलों में उसके जीवन को खतरे में डालने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। दुनिया भर में लाखों विमान उड़ान भरते हैं और ये सभी अत्यधिक कुशल पायलटों द्वारा संचालित होते हैं।
हालांकि, कभी-कभी हवाई यात्रा के दौरान बड़ी दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। ऐसी ही एक घटना 16 अगस्त 1987 को घटी थी जब अमेरिका के मिशिगन से "नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस" का एक विमान उड़ान भरी थी। लगभग 155 यात्रियों के साथ उड़ान भरने वाला यह विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण वापस हवाई अड्डे की ओर लौटने लगा। इस हादसे में विमान में सवार सभी 154 यात्रियों की मौत हो गई और उस समय रनवे पर काम कर रहे दो लोग भी इस हादसे का शिकार हो गए।
इसी तरह 16 अगस्त 1991 को इंडियन एयरलाइंस का एक विमान मणिपुर के इम्फाल हवाई अड्डे पर उतरने वाला था। बोइंग 737-200 विमान इम्फाल हवाई अड्डे के पास पहुँचते ही अपना नियंत्रण खो बैठा और सीधे जमीन पर आ गिरा। इस हादसे में 69 लोगों की जलकर मौत हो गई।
2005 में, वेस्ट कैरिबियन एयरवेज का एक विमान वेनेजुएला में लगभग 160 यात्रियों के साथ उड़ान भर रहा था। तभी एक तकनीकी खराबी के कारण विमान नीचे गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी 160 लोगों की मौत हो गई, जिससे हर तरफ मातम छा गया।
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