न्यूयॉर्क. बच्चे की देखभाल बेहद जरूरी है। एक सेकंड के लिए भी नजर हटाना ठीक नहीं, खाने के साथ-साथ देखभाल भी एक चुनौती है। लेकिन बच्चे की खुशी, मुस्कान में माता-पिता की सारी थकान, मेहनत सब कुछ भुला जाती है। लेकिन यहां एक ऐसी घटना घटी है। जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। माता-पिता की लापरवाही से घर में चूहों का आतंक फैल गया। इन्हीं चूहों ने सो रहे 6 महीने के मासूम को कुतर दिया। उंगली, चेहरा, कान, अंग, पैर समेत शरीर के 50 जगह चूहे ने काट खाया है। गंभीर हालत में बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। लेकिन बच्चे की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। इस मामले में बच्चे के माता-पिता और एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया है।
डेविड और एंजेल शोनोबम दंपति के घर एक प्यारा सा बेटा हुआ। लेकिन इनका घर देखने में श्मशान से भी बदतर है। इस घर में दंपति के एक रिश्तेदार महिला भी रहती है। कम से कम बच्चे के जन्म के बाद तो बच्चे को साफ-सफाई से रखना चाहिए था। लेकिन दंपति ने लापरवाही बरती। जिसका नतीजा यह हुआ कि घर में चूहों का जमावड़ा लग गया। इधर 6 महीने का मासूम सो रहा था तभी इन चूहों ने बच्चे के शरीर को कुतर दिया। बच्चा रोता रहा लेकिन माता-पिता को पता ही नहीं चला।
इस दंपति के तीन बच्चे हैं जिनमें यह मासूम भी शामिल है। दो बच्चे स्कूल जाते हैं। रात को सोते समय माता-पिता को क्या हो रहा है, इसकी भनक तक नहीं लगी। 6 महीने के बच्चे पर चूहों ने हमला कर दिया। उंगली, पैर, कान, नाक, गुप्तांग समेत शरीर के 50 हिस्सों पर हमला कर उसे कुतर दिया।
जब आंख खुली तो देखा कि 6 महीने का बच्चा चीख रहा था और उसकी तबीयत खराब थी। बच्चा रो भी नहीं पा रहा था और उसकी तबीयत खराब हो गई थी। डेविड ने पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी। इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। बच्चे का आईसीयू में इलाज चल रहा है। अंग नहीं होने के कारण बच्चा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। इधर पुलिस टीम ने बच्चे के माता-पिता डेविड और एंजेल दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घर में रहने वाली रिश्तेदार महिला को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
घर की साफ-सफाई नहीं होने के कारण चूहों का आतंक बढ़ गया था। बच्चे होने के बावजूद इस तरह की लापरवाही बरतने और बच्चे की जान जोखिम में डालने के आरोप में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बच्चे में बस जान बची है। फिलहाल तो माता-पिता पछतावे की बातें कर रहे हैं। लेकिन कई लोगों ने इस तरह के जघन्य अपराध के लिए कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।