
BLA Attack in Balochistan Pakistan Army: पाकिस्तान एक तरफ भारतीय सीमा पर ड्रोन हमलों की साजिशें रच रहा है, लेकिन भारतीय सेना हर बार उसे ऐसा जवाब दे रही है कि वह खुद बैकफुट पर आ गया है। वहीं अब पाकिस्तान को अपने ही देश के भीतर नए संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसके तहत बलूचिस्तान में हालात बेकाबू हो चुके हैं। बलूचिस्तान में आजादी की मांग को लेकर सक्रिय बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान की सेना और सुरक्षाबलों पर जबरदस्त हमला बोला है। BLA के प्रवक्ता जियांद बलोच ने बयान जारी कर बताया कि संगठन ने बलूचिस्तान में एक साथ 39 जगहों पर हमला किया है। उनका दावा है कि यह अभियान अब भी जारी है।
इस ऑपरेशन के तहत कई प्रमुख हाईवे को जाम कर दिया गया है। साथ ही, पाकिस्तानी पुलिस स्टेशनों और सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है। BLA ने आरोप लगाया है कि पाक सेना बलूचिस्तान की प्राकृतिक संपत्तियों को लूट रही है और स्थानीय लोगों पर दमन कर रही है, इसी के विरोध में यह जवाबी कार्रवाई की जा रही है। BLA का कहना है कि उनके कमांडोज ने कुछ पुलिसकर्मियों को अस्थायी रूप से हिरासत में भी लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। इसके अलावा, कई पाकिस्तानी सैन्य काफिलों पर भी हमला किया गया है, जो बलूचिस्तान के खनिज संसाधनों की लूट में शामिल बताए गए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। एक तरफ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत से जवाब मिल रहा है और दूसरी तरफ देश के भीतर बलूच विद्रोही खुली चुनौती दे रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार की तरफ से अब तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। BLA ने चेतावनी दी है कि अगर बलूचिस्तान के लोगों का शोषण और संसाधनों की लूट बंद नहीं हुई, तो हमले और भी बड़े पैमाने पर जारी रहेंगे।
BLA ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि मंगोचर पर कब्जे के दौरान खजीनई हाईवे को पूरी तरह बंद कर दिया गया और स्थानीय पुलिस कर्मियों को अस्थायी रूप से हिरासत में लिया गया। हालांकि बाद में सभी पुलिसकर्मियों को रिहा कर दिया गया। BLA के प्रवक्ता जियांद बलोच ने कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। इस घटनाक्रम को बलूच विद्रोह का सबसे बड़ा उभार माना जा रहा है। संगठन का दावा है कि उनका उद्देश्य पाकिस्तान की राज्य व्यवस्था को बाधित करना और दुनिया को यह संदेश देना है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान के अधीन नहीं बल्कि ‘कब्जे में’ है। गौरतलब है कि बलूचिस्तान लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ विद्रोह और अलगाववादी गतिविधियों का केंद्र रहा है। यहां के लोगों का आरोप है कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट के नाम पर सेना स्थानीय लोगों पर अत्याचार कर रही है।
पाकिस्तानी सरकार की ओर से अभी तक इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। न ही इन हमलों में किसी प्रकार की हानि की पुष्टि की गई है। लेकिन स्थानीय सूत्रों का कहना है कि कई जगहों पर हालात तनावपूर्ण हैं और सेना की हलचल तेज हो गई है। BLA का यह अभियान पाकिस्तान के लिए गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है, खासकर ऐसे वक्त में जब देश पहले ही राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा है। यह घटनाक्रम न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी बड़ा अलर्ट है। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
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