बांग्लादेश में हजारों लोग सड़कों पर उतरे, पीएम शेख हसीना के इस्तीफा की मांग

Published : Aug 04, 2024, 05:37 PM ISTUpdated : Aug 04, 2024, 11:59 PM IST
Bangladesh protest

सार

बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है। हजारों लोग ढाका की सड़कों पर हो रहे विरोध में शामिल हैं।

Bangladesh Civil Disobedience protest: बांग्लादेश में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। केंद्रीय ढाका चौक पर लाठी लेकर देशव्यापी सविनय अवज्ञा कैंपेन के नेताओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा की डिमांड कर रहे हैं। अभियान के एक प्रमुख नेता आसिफ महमूद ने समर्थकों से लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि बांस की लाठियां तैयार करो और बांग्लादेश को आजाद कराओ।

दक्षिण एशियाई देश में सिविल सेवा नौकरी कोटा के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन अब सरकार विरोधी आंदोलन के बदल चुका है। जुलाई महीना में नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ आंदोलन काफी उग्र हो गया था जिसमें हुई हिंसा और आगजनी में कम से कम 200 लोग मारे गए थे। हालांकि, शांति स्थापना के लिए उस समय सेना ने कमान संभाल ली थी। अब एक बार फिर यह आंदोलन तेज हो चुका है।

शनिवार को हजारों लोगों ने मार्च किया। पुलिस मूकदर्शक बनीं रहीं। दरअसल, विरोध प्रदर्शन अब व्यापक स्तर पर सरकार विरोधी आंदोलन हो चुका है। इस जन आंदोलन में बांग्लादेश के समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हैं। विरोध प्रदर्शनों में फिल्म स्टार, संगीतकार और गायक शामिल हैं। लोगों के समर्थन का आह्वान करने वाले रैप गाने सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से फैल गए हैं।

सेना भी पीछे हटी, जनता को दिया साथ देने का भरोसा

उधर, नए सिरे से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में कुछ पूर्व सैन्य अधिकारी भी शामिल हो गए हैं। पूर्व सेना प्रमुख जनरल इकबाल करीम भुइयां ने आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए अपनी फेसबुक प्रोफाइल फोटो रेड कर दी है।

मौजूदा सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने शनिवार को ढाका में सैन्य मुख्यालय में अधिकारियों के साथ मीटिंग कर कहा कि बांग्लादेश की सेना लोगों के भरोसे का प्रतीक है। मीटिंग के बाद सेना ने देर रात एक बयान जारी किया। सेना प्रमुख ने बयान में कहा: सेना हमेशा लोगों के साथ खड़ी रही है और लोगों की खातिर और राज्य की किसी भी जरूरत के लिए ऐसा करेगी।

हालांकि, बयान में अधिक डिटेल नहीं होने की वजह से यह साफ नहीं हो सका कि सेना ने आंदोलन का समर्थन किया है या नहीं। लेकिन यह स्पष्ट है कि आंदोलन को दबाने में सेना कोई कार्रवाई नहीं करने जा रही है।

रविवार को भारी संख्या में लोग आंदोलन में हुए शामिल

रविवार को राजधानी ढाका के केंद्रीय शाहबाग स्क्वायर में काफी लोग एकत्र हुए। विरोध प्रदर्शनों को आयोजित करने वाले ग्रुप स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन ने पूरे देश में रैलियों का आह्वान किया था। ग्रुप ने कहा कि हम अपना विरोध प्रदर्शन और रैलियां शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे लेकिन अगर कोई हम पर हमला करता है तो हम पूरी तरह से तैयार हैं। साथ ही आह्वान किया कि देश के नागरिक टैक्स व अन्य सरकारी पेमेंट बंद कर दें। सरकारी कर्मचारी और मजदूर भी हड़ताल में शामिल हो जाएं।

आंदोलन करने वाले समूह ने कहा कि अब यह आंदोलन नौकरी कोटा के बारे में नहीं है। हम चाहते हैं कि हमारी अगली पीढ़ी देश में स्वतंत्र रूप से रह सके।

शेख हसीना लगातार सत्ता में

प्रधानमंत्री शेख हसीना 2009 से लगातार बांग्लादेश की सत्ता में हैं। इस बार बिना वास्तविक चुनाव कराए ही शेख हसीना ने चौथी बार चुनाव जीत लिया। चुनाव में विपक्षी दल शामिल नहीं हुए। विपक्ष ने शेख हसीना पर असहमति को दबाने के लिए राज्य की संस्थाओं के दुरुपयोग, विपक्षी कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाया है।

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