बांग्लादेश की 'दूसरी आज़ादी'...अंतरिम सरकार की कमान संभालने पहुंचे मोहम्मद यूनुस

शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार की कमान संभाल सकते हैं। यूनुस ने ढाका पहुंचकर हालिया विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और इसे 'दूसरी आजादी' बताया।

Nobel Peace Laureate Muhammad Yunus oath: बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने और प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा के बाद राजनैतिक अस्थिरता कायम है। देश में स्थिरता के लिए सेना की देखरेख में अंतरिम सरकार का गठन हो रहा है। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार की कमान संभालेंगे। अंतरिम सरकार बनाने के लिए दुबई से ढाका पहुंचे ममुहम्मद यूनुस ने कहा कि यह बांग्लादेश की दूसरी आजादी है।

ढाका पहुंचे नोबेल शांति विजेता ने गुरुवार को देश में हुए कोटा आंदोलन और शेख हसीना को हटाने के लिए विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। यूनुस ने कहा कि प्रदर्शनों में बलिदान देने वाले लोगों के कारण ही देश को दूसरी आजादी मिली है। उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए गौरवशाली दिन है। बांग्लादेश ने एक नया विजय दिवस बनाया है। 

Latest Videos

उन्होंने कहा: देश के लिए कुर्बान हुए युवाओं ने राष्ट्र की रक्षा की और इसे नया जीवन दिया। उनकी वजह से बांग्लादेश को दूसरी आजादी मिली है। यूनुस ने कहा कि राष्ट्र का निर्माण युवा पीढ़ी को ही करना चाहिए। बांग्लादेश एक सुंदर देश हो सकता है लेकिन हमने इसकी संभावनाओं को नष्ट कर दिया है। अब हमें फिर से एक बीज-संग्रह बनाना है - नया बीज-संग्रह युवा स्वयं बनाएंगे। हम बहुत तेजी से एक नए बांग्लादेश के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। हमने आज शुरुआत कर दी है।

बांग्लादेश मेरा परिवार, मुझ पर भरोसा है तो हिंसा को रोकिए

यूनुस ने कहा कि कानून-व्यवस्था में सुधार हमारा पहला काम है। कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक किए बगैर हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर आपको मुझ पर भरोसा है तो सुनिश्चित कीजिए कि देश में कहीं भी किसी पर कोई हमला न हो। पूरा बांग्लादेश मेरा परिवार है। उन्होंने कहा कि देश का हर एक नागरिक दूसरे नागरिक की सुरक्षा करे, हम एक-दूसरे की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

बांग्लादेश में कम से कम 455 लोग मारे गए

बांग्लादेश में कोटा आंदोलन और शेख हसीना को पद से हटाने के लिए हुए आंदोलन में पिछले कुछ महीनों में 455 से से अधिक लोगों की मौत हो गई। बीते रविवार से शेख हसीना के खिलाफ हुए आंदोलन में ही 200 से अधिक लोग मारे गए। आंदोलन के उग्र होने के बाद 5 अगस्त को हजारों की संख्या में लोगों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। सेना के अल्टीमेटम के बाद शेख हसीना ने पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया था। फिलहाल, हसीना भारत में शरण ली हुई हैं। उधर, शेख हसीना के इस्तीफा के कुछ ही घंटों बाद सेना प्रमुख ले.जन.वकार-उज़-ज़मान ने कमान अपने हाथ में लेते हुए अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। इसके अगले दिन राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद को भंग कर दिया था। इसके बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाने का प्रस्ताव दिया गया।

यह भी पढ़ें:

कौन हैं वकार-उज़-ज़मान जिन्होंने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का किया ऐलान

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

तो क्या खत्म हुआ एकनाथ शिंदे का युग? फडणवीस सरकार में कैसे घटा पूर्व CM का कद? । Eknath Shinde
43 साल बाद कुवैत पहुंचे भारतीय पीएम, जमकर लगे मोदी-मोदी के नारे
जयपुर हादसे में सबसे बड़ा खुलासा: सच हिलाकर रख देगा, पुलिस भी हो गई शॉक्ड
20वां अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड, कुवैत में 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित हुए पीएम मोदी
कुवैत के लिए रवाना हुए मोदी, 43 साल के बाद पहली बार यहां जा रहे भारतीय PM