गोवा में आयोजित SCO सम्मेलन में भाग लेने आए बिलावल भट्टो जरदारी ने पाकिस्तान पहुंच कर एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब तक धारा 370 बहाल नहीं हो जाती तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत संभव नहीं है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) भारत से लौट चुके हैं। गोवा में आयोजित SCO सम्मेलन में भाग लेने आए बिलावल शुक्रवार रात वापस पाकिस्तान पहुंचे, जहां उन्होंने ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगला है। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला। इतना ही नहीं इस दौरान भुट्टो ने कश्मीर राग भी अलापा और कहा कि जब तक धारा 370 बहाल नहीं हो जाती तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत संभव नहीं है।
बिलावल भुट्टो ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 'BJP और RSS दुनिया में मुस्लिमों और हर पाकिस्तानी को आतंकी साबित करना चाहते हैं। हमारी यह यात्रा इस दावे को खारिज करती है।' उन्होंने यह भी कहा कि भारत और खास तौर पर बीजेपी इसके लिए एक प्रोपेगेंडा चला रही है।
एस जयशंकर बिलावल भुट्टो को बताया था आतंकवाद का प्रवक्ता
गौरतलब है कि SCO समिट में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. jaishankar) ने आतंकवाद के मसले को उठाया था। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री पर निशाना साधते हुए उन्हें सीधे तौर पर आतंकवाद का प्रवक्ता करार दिया था।
शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जयशंकर ने कहा, 'आतंकवाद के पीड़ित उनके साथ बैठ कर आतंकवाद पर चर्चा नहीं करते।'जयशंकर ने आगे कहा कि भुट्टो एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर आए हैं। यह बहुपक्षीय कूटनीति का हिस्सा है और हम इससे ज्यादा कुछ नहीं देखते हैं।
एस जयशंकर के हाथ न मिलाने पर बिलावल भुट्टो की सफाई
वहीं, विदेश मंत्री जयशंकर के बयान पर बिलावल भुट्टो ने कहा कि मैं समझता हूं कि यह बयान भारत की इनसिक्योरिटी है। वे झूठा प्रचार कर रहे हैं, हम वहां जाकर उस मिथक को तोड़ते हैं। वहीं, बिलावल भुट्टो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से हाथ न मिलाने से जुड़े विवाद पर भी सफाई दी और कहा कि जिस तरह वह मुझसे मिले ठीक इसी तरह हम सिंध और मुल्तान में उनका अभिवादन करेंगे।
उन्होंने कहा कि मेरे लिए तो यह खुशी का मौका था कि हम इस तरह मिल रहे हैं। इसमें हमें शिकायत जैसा कुछ नहीं लगा। हालांकि, बाद में हम डिनर या अन्य जगहों पर मिले तो हमने हाथ मिलाया।