
न्यूयॉर्क : अमेरिका में पूर्वा हिस्से में बर्फीले तूफान के चलते लोगों को जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तूफान से 7 करोड़ से अधिक लोग प्रभाति हैं, कई राज्यों के इमरजेंसी की घोषणा की गई है. वहीं कई इलाकों में बिजली नहीं है, इसके अतिरिक्त यातायात भी प्रभावित है। बताया जा रहा है कि कई वर्षों में बाद ऐसा भीषण तूफान आया है।इसे नेशनल वेदर सर्विस (एनसीडब्ल्यू) ने ‘बम चक्रवात’ (Bomb cyclone) नाम दिया है।
4500 से अधिक उड़ाने रद्द
अमेरिका के कई राज्य इस तूफान से प्रभावित हैं, लेंकि न्यूयॉर्क और बोस्टन शहरों में स्थित ज्यादा खराब है। लोगों को गैर जरूरी यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। हालात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि केवल पूर्वी अमेरिका में 4,500 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं।
इन राज्यो में इमरजेंसी की घोषणा
भारी बर्फबारी के चलते न्यूयॉर्क और पड़ोसी राज्य न्यूजर्सी, वर्जीनिया, मैरीलैंड और डेलावेयर ने पूरे राज्य या राज्य के कुछ इलाकों में आपतकाल का एलान कर दिया है। न्यूयॉर्क (New York) और मैसाचुसेट्स के सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्सों में शाम तक दो फीट (61 सेंटीमीटर) बर्फ जम गई, मैसाचुसेट्स में 95,000 से अधिक घरों में बिजली नहीं थी।
उद्योग धंधे ठप
भारी बर्फबारी के चलते बिजनेस ठप पड़ गया है। टाइम्स स्क्वायर में प्रसिद्ध होर्डिंग्स बर्फीली हवा के कारण ढंके हुए दिखाई दिए हैं। न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने शनिवार को निवासियों को चेतावनी देते हुए कहा कि तूफान का खतरे अभी खत्म नहीं हुआ है। न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में एक औरत अपनी कार में मृत पाई गई। न्यूयॉर्क की गलियों में बर्फ हटाने वाली मशीनें दिखाई दे रही हैं (Emergency in US)। यहां के सेंट्रल पार्ट में 7।3 इंच तक बर्फ गिरी है। जिसके चलते क्षेत्रीय ट्रेनों को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है।
10 राज्य प्रभावित
बताया जा रहा है कि तूफान की वजह से अमेरिका के दस राज्य प्रभावित हैं। नेशनल वेदर सर्विस ने कहा कि फिलाडेल्फिया और न्यूयॉर्क के शहरों में तेज हवाओं के साथ और बर्फ बारी हो रही है। वहीं बोस्टन की बात करें तो एक दिन 60 सेमी बर्फबारी हुई है।
यह भी पढ़ें-बाइडेन के दौरे से कुछ घंटे पहले पिट्सबर्ग में पुल ढहा, 10 लोग घायल, पाइपलाइन से गैस का रिसाव, मची अफरा-तफरी
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।