
इस्लामाबाद. पाकिस्तान इस समय अपनी खराब आर्थिक स्थिति और आतंकवाद के मुद्दे पर दुनियाभर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। लेकिन फेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन (FPSC) अपने एग्जाम में एक अलग ही विषय लेकर चला गया। FPSC ने 2023 सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (CSS) परीक्षा के पहले ही दिन छात्रों से boys will be boys(लड़के तो लड़के रहेंगे) विषय पर एक निबंध लिखने(write an essay) को कह दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर गरमागरम बहस छिड़ गई है। पढ़िए पूरा मामला...
CSS परीक्षा को पाकिस्तान की सर्वोच्च प्रतिस्पर्धी परीक्षा( Pakistan's topmost competitive examination) माना जाता है। इसके लिए प्रत्येक वर्ष हजारों छात्र एप्लाय करते हैं। मूल्यांकन(assessment) को एक विशिष्ट परीक्षा( lite examination) माना जाता है। इसमें शामिल होने वाले लोग महीनों यहां तक कि सालों तैयारी में लगाते हैं। जो लोग इसे पास करते हैं वे संघीय सरकार में नौकरशाही पदों(bureaucratic posts) के लिए चुने जाते हैं।
परीक्षा की प्रमुख और बौद्धिक प्रकृति और देश की सिविल सेवा को चलाने में इसके महत्व को देखते हुए, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि लोग एग्जामिनेशन बोर्ड और इसके टेस्ट में क्या पूछते हैं, इसे लेकर बहुत उम्मीद करते हैं।
इसलिए जब पेपर में यह अजीब सवाल आया, तो उम्मीदवार और आम जनता समान रूप से दंग रह गए। पहली ही परीक्षा के दौरान विकट निबंध(formidable essay) boys will be boys. छात्रों को प्रस्तुत किए गए ऑप्शंस में से एक था।
प्रत्येक वर्ष अधिकांश छात्रों के लिए सीएसएस परीक्षा के दौरान सबसे बड़ी चुनौती निबंध होता है। वजह न केवल अधिकांश छात्रों द्वारा अनुभव की जाने वाली भाषा बाधा के कारण बल्कि इसलिए भी कि किसी भी अन्य विषय से ज्यादा इस पेपर में छात्र अधिक परेशान होते हैं। उनसे ऐसे ही अजीब विषयों पर निबंध लिखने को कहा जाता है।
एक यूजर ने ट्विटर पर कहा, "उम्मीदवार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से संबंधित सभी विषयों की तैयारी कर रहे थे। इस बीच FPSC टेस्ट में Boys will be boys।”
बहुत से लोगों ने महसूस किया कि प्रश्न में निबंध विषय और आज के पेपर में अन्य विषय खराब चयन थे। देश में सर्वोच्च नागरिक पदों के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए जिम्मेदार निकाय के खराब रूप को दिखाते हैं।
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, "एफपीएससी 5वीं कक्षा के छात्रों के लिए उपयुक्त विषयों पर लिखे गए निबंधों पर उम्मीदवारों का आकलन क्यों करता है?"
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