दुनिया में अमेरिका और भारत के बाद कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील ही है। यहां करीब 1.86 करोड़ केस सामने आ चुके हैं। मौतों के मामले में यह दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है।
साओ पाउलो। कोरोना वैक्सीन खरीद घोटाले में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो फंसते नजर आ रहे है। यह घोटाला भारत बायोटेक की वैक्सीन से डील से रिलेटेड है। एक वेबसाइट के अनुसार वैक्सीन खरीद में अधिक कीमत चुकाने के आरोप में राष्ट्रपति बोल्सोनारो के खिलाफ सुप्रीम फेडरल कोर्ट जांच का आदेश दिया है।
वैक्सीन की कीमत 100 रुपये, डील 1117 रुपये में
एक खबर के मुताबिक ब्राजील सरकार ने भारत बायोटेक से दो करोड़ डोज वैक्सीन का आर्डर दिया था। इसके तहत एक समझौते पर हस्ताक्षर भी हुए। एक डोज के लिए 15 डाॅलर या करीब 1117 रुपये कीमत तय की गई थी। लेकिन ब्राजील दूतावास से एक सीक्रेट मैसेज भेजा गया कि वैक्सीन की कीमत सौ रुपये ही है। इसके बाद वहां हंगामा खड़ा हो गया। विपक्ष की मांग पर सुप्रीम फेडरल कोर्ट ने जांच का आदेश दे दिया है।
क्यों हो रही जांच?
दरअसल, राष्ट्रपति बोल्सोनारो को इस घोटाले के बारे में कई महीने पहले ही जानकारी दे दी गई थी। लेकिन उन्होंने इस घोटाले को रोकने के लिए क्या किया यह अभी साफ नहीं हो सका है। अब जांच में यह पता लगाया जाएगा कि राष्ट्रपति ने घोटाले को रोकने के लिए क्या किया। अटार्नी जनरल आफिस की गुजारिश के बाद जस्टिस रोजा वेबर ने 90 दिनों में जांच करने का आदेश दिया है। उधर, विपक्षी दलों ने सदन में महाभियोग का प्रस्ताव दायर किया है।
ब्राजील ने अस्थायी तौर पर किया डील रद
हालांकि, ब्राजील सरकार ने कोवैक्सीन के दो करोड़ डोज खरीद की डील को अस्थायी तौर पर रद कर दिया है। बता दें कि दुनिया में अमेरिका और भारत के बाद कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील ही है। यहां करीब 1.86 करोड़ केस सामने आ चुके हैं। मौतों के मामले में यह दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है।
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