दोबारा जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन बोले, हर उम्मीद पर खरा उतरकर दिखाऊंगा

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संकल्प लिया है कि वह पूर्व में विपक्ष के लिए मतदान करने वाले उन मतदाताओं के भरोसे पर खरा उतरेंगे जिन्होंने इस बार कन्जर्वेटिव पार्टी को जनादेश दिया है
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 15, 2019 7:55 AM IST


लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संकल्प लिया है कि वह पूर्व में विपक्ष के लिए मतदान करने वाले उन मतदाताओं के भरोसे पर खरा उतरेंगे जिन्होंने इस बार कन्जर्वेटिव पार्टी को जनादेश दिया है। जॉनसन ने एक समय लेबर पार्टी का गढ़ रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र का दौरा किया और वहां मौजूद लोगों की भीड़ से शनिवार को कहा कि वह समझ सकते हैं कि पारम्परिक लेबर मतदाताओं के लिए उनकी पार्टी के पक्ष में मतदान करना और दक्षिणपंथी सरकार को समर्थन देना कितना मुश्किल रहा होगा।

उन्होंने कहा, ''मैं पूर्वोत्तर के लोगों को यह बताना चाहता हूं कि मैं और कन्जर्वेटिव पार्टी उनके भरोसे पर खरा उतरेंगे।'' जॉनसन ने कहा कि वह ब्रेक्जिट की प्रक्रिया को पूरा करने के साथ साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, सुरक्षा, बेहतर अस्पतालों और देश के बेहतर भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

कंजर्वेटिव पार्टी को 365 सीटों पर जीत

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में हुए ऐतिहासिक चुनाव में मतदाताओं ने जॉनसन को ''शक्तिशाली नया जनादेश'' दिया है। उनकी कंजर्वेटिव पार्टी को गत शुक्रवार को संसद में निर्णायक बहुमत मिला ताकि वह अगले महीने यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने के करार (ब्रेक्जिट) को अंतिम रूप दे सकें।

55 वर्षीय जॉनसन ने 1980 में मार्गरेट थैचर के बाद कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत दिलाया है। ब्रिटिश संसद के 650 सदस्यीय निम्न सदन हाउस आफ कॉमन्स में कंजर्वेटिव पार्टी को 365 सीटों पर जीत मिली है, जो बहुमत से 79 सीटें अधिक है।

माना जा रहा है कि ब्रेक्जिट के मुद्दे पर लंबे समय से जारी गतिरोध से परेशान होकर मतदाताओं ने जॉनसन को विशाल जनादेश दिया है ताकि जनवरी तक वह ब्रिटेन को ईयू से अलग कर सकें और कोई अगर-मगर नहीं रहे।

इस चुनाव में विपक्षी लेबर पार्टी को केवल 203 सीटें मिली हैं। यह पार्टी का दशकों बाद सबसे खराब प्रदर्शन है। कंजर्वेटिव पार्टी ने पूर्व में लेबर पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में भी बढ़त बनाई।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

Share this article
click me!