सद्गुरु के मिट्टी बचाओ आंदोलन के समर्थन में दुनिया की इस सबसे ऊंची इमारत को किया गया रोशन, आया यह संदेश

सद्गुरु दुनिया को मिट्टी की कीमत समझाने के लिए बाइक यात्रा पर निकले हैं। 27 से अधिक देशों की बाइक से यात्रा कर लोगों को मिट्टी बचाने का संकल्प भी लिया है। बुर्ज खलीफा पर सद्गुरु के मिट्टी बचाओ बाइक यात्रा का 100 दिन पूरे होने के बाद जश्न मनाया गया।

दुबई। मिट्टी बचाओ आंदोलन (Save Soil Movement)  के समर्थन में देश में ही नहीं दुनिया के विभिन्न देशों में अप्रत्याशित साथ मिल रहा है। सद्गुरु के इस वैश्विक अभियान के व्यापक समर्थन के लिए दुनिया की सबसे ऊंची गगनचुंबी इमारत दुबई के बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) को रोशन किया गया। 2 मिनट के लाइट और लेजर शो में सद्गुरु (Sadhguru) का धरती बचाओ संदेश, वैश्विक नेताओं, वैज्ञानिकों, मशहूर हस्तियों के समर्थन वाले ऑडियो-वीडियो क्लिप्स को दिखाया गया। साथ ही यहां सद्गुरु की लंदन से भारत तक की ऐतिहासिक मोटरसाइकिल यात्रा की झलकियां भी दिखाई गई। सद्गुरु ने 27 देशों में मिट्टी बचाने के लिए समर्थन जुटाने और जागरूकता के लिए 30 हजार किलोमीटर से अधिक यात्रा बाइक से की है।

यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर जश्न

Latest Videos

सद्गुरु मंगलवार को दुबई में बुर्ज खलीफा पर हुए ऐतिहासिक कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल हुए और लोगों को संबोधित किया। सद्गुरु की 100-दिवसीय मिट्टी बचाओ यात्रा के पूरा होने पर लोग यहां जश्न मनाने को एकत्र हुए थे। पिछले 3 महीनों में उनकी यात्रा ने 3.9 बिलियन लोगों को छुआ, जिसमें 74 राष्ट्र सक्रिय रूप से मिट्टी के उत्थान की दिशा में काम करने के लिए सहमत हुए। सद्गुरु ने सबके प्रति धन्यवाद देते हुए मिट्टी के रिजनरेशन की दिशा में यूएई सरकार के दृष्टिकोण के लिए उसकी सराहना की।

काम अभी शुरू हुआ है...

सद्गुरु ने कहा कि "काम अभी शुरू हुआ है। कहा कि वास्तविक चुनौती वह गति है जिस पर नीतियों का कार्यान्वयन होगा। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह आंदोलन पूरी दुनिया का ध्यान मिट्टी बचाने को लेकर जागरूक हो रहा है। आज दुनिया भर में लोग मिट्टी के बारे में बात कर रहे हैं, सरकारें मिट्टी के उत्थान कार्यक्रमों के बारे में चर्चा कर रही हैं, बजट आवंटित किए जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि मिशन खत्म नहीं हुआ है।

रघु सुब्रमण्यम ने प्रायोजित किया लाइट शो

इस विशाल उपलब्धि का सम्मान करने के लिए, 1Digi Investment Management, Actyv.ai के संस्थापक और ग्लोबल सीईओ रघु सुब्रमण्यम के पारिवारिक कार्यालय ने बुर्ज खलीफा पर लाइट शो प्रायोजित किया। रघु सुब्रमण्यम ने कहा कि पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) हमारे व्यवसाय के मूल में है और सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन के नेतृत्व में मिट्टी बचाओ आंदोलन से जुड़कर actyv.ai को गर्व है।

यूएई ने किया समर्थन

यूएई के जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण मंत्री एच.ई. मरियम बिन्त मोहम्मद अलमहेरी ने सद्गुरु के अभियान की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कॉन्शियस प्लैनेट के साथ हमारा सहयोग अगली पीढ़ियों के लिए हमारी कीमती मिट्टी की सुरक्षा के हमारे चल रहे प्रयासों में एक नया कदम है।

इन वैश्विक संस्थाओं का भी समर्थन

मिट्टी बचाओ आंदोलन को संयुक्त अरब अमीरात के जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण मंत्रालय, संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी), संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम और प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन) द्वारा समर्थित है। इस साल की शुरुआत में मई में, जब यूएई ने अपनी मिट्टी बचाओ यात्रा के दौरान सद्गुरु की मेजबानी की, तो देश ने मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए एक नीति स्थापित करने के लिए आंदोलन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

दुनिया के देशों से मिट्टी बचाओ कानून की मांग

मृदा बचाओ आंदोलन दुनिया भर के देशों से ग्रह की कृषि मिट्टी को बचाने के लिए तत्काल कानून बनाने का आग्रह कर रहा है, जिनमें से 50% पहले से ही खराब और उपज में असमर्थ हैं। आंदोलन का उद्देश्य दुनिया भर में कृषि मिट्टी में 3-6% जैविक सामग्री को अनिवार्य करने के लिए राष्ट्रों से आग्रह करना है। यह मिट्टी को उपजाऊ और उपज के योग्य रखने और इसे रेत में बदलने से रोकने के लिए आवश्यक न्यूनतम जैविक सामग्री है।

कब शुरू किया था सद्गुरु ने आंदोलन?

सद्गुरु की मिट्टी बचाओ अभियान की यात्रा 21 मार्च को लंदन में शुरू हुई। यह यात्रा यूरोप, मध्य एशिया और मध्य पूर्व के 27 देशों से होकर गुजरी। सद्गुरु ने मई में आइवरी कोस्ट में मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCCD COP15) के पक्षकारों के सम्मेलन के 15वें सत्र को भी संबोधित किया। 197 देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उसी महीने, सद्गुरु ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में भी बात की थी। UNCCD के अनुसार मिट्टी के क्षरण की वर्तमान दरों पर, पृथ्वी का 90% हिस्सा 2050 तक मरुस्थल में बदल सकता है। अब तक, 74 देशों ने मिट्टी को विलुप्त होने से बचाने का संकल्प लिया है, और 8 भारतीय राज्यों ने अपने राज्यों में मिट्टी के रिजनरेशेन की दिशा में काम करने के लिए एमओयू पर साइन किया है।

यह भी पढ़ें:

J & K में प्रोजेक्ट को पास करने को 300 करोड़ का मिला था ऑफर, सत्यपाल मलिक के खुलासे पर CBI का 16 जगहों पर रेड

महाराष्ट्र को 2019 की बाढ़ में बचाने वाले इस IAS अधिकारी ने दिया इस्तीफा, फेसबुक पर लिखा भावुक पोस्ट

स्टार्टअप रैंकिंग: गुजरात-कर्नाटक न्यू इन्वेस्टर्स के लिए टॉप च्वाइस, कम आबादी वाले इस राज्य ने किया सबसे कमाल

Share this article
click me!

Latest Videos

पहले गई सीरिया की सत्ता, अब पत्नी छोड़ रही Bashar Al Assad का साथ, जानें क्यों है नाराज । Syria News
Devendra Fadnavis के लिए आया नया सिरदर्द! अब यहां भिड़ गए Eknath Shinde और Ajit Pawar
कड़ाके की ठंड के बीच शिमला में बर्फबारी, झूमने को मजबूर हो गए सैलानी #Shorts
LIVE 🔴: बाबा साहेब का अपमान नहीं होगा सहन , गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बर्खास्तगी की उठी मांग'
राजस्थान में बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी । Kotputli Borewell News । Chetna