
बीजिंग। चीन ने सरकारी अधिकारियों पर एप्पल आईफोन (Apple iPhones) इस्तेमाल करने पर बैन लगा दिया है। सरकार ने कहा है कि कोई भी अधिकारी ऑफिस में एप्पल के आईफोन और अन्य विदेशी कंपनियों के डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
चीनी सरकार के इस फैसले से एप्पल को नुकसान हो सकता है। एप्पल के लिए चीन अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। चीनी सरकार से इस रुख से इस बात का भी पता चलता है कि वह अपने बाजार में किस तरह चीनी ब्रांड के मोबाइल फोन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। सरकार की कोशिश है कि लोग अधिक से अधिक चीनी कंपनियों के प्रोडक्ट इस्तेमाल करें।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार हाल के सप्ताहों में चीनी सरकार के सीनियर अधिकारियों ने अपने नीचे काम करने वाले कर्मचारियों को एप्पल के आईफोन इस्तेमाल नहीं करने को लेकर आदेश दिए गए थे। यह स्पष्ट नहीं था कि ऑर्डर कितने व्यापक रूप से वितरित किए जा रहे थे। रिपोर्ट में एप्पल के अलावा अन्य फोन निर्माताओं का नाम नहीं लिया गया।
हुआवेई ने बनाया है 7nm प्रोसेसर
चीनी स्मार्टफोन निर्माता हुआवेई ने एक अत्याधुनिक 7nm प्रोसेसर बनाया है। हुआवेई ने इसका इस्तेमाल अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन मेट 60 प्रो में किया है। अमेरिका ने चिपसेट निर्माण को लेकर चीन पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इस बीच हुआवेई द्वारा 7nm प्रोसेसर तैयार किए जाने से चीन को उम्मीद है कि वह स्मार्टफोन के लिए चिपसेट बनाने में आत्मनिर्भर हो सकता है।
चीन हाल के वर्षों में डेटा सुरक्षा को लेकर अधिक चिंतित हो गया है। उसने कंपनियों के लिए नए कानून और शर्तें लागू की हैं। अमेरिका के साथ तनाव के बीच मई में चीन ने तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दौड़ में बड़ी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों (एसओई) से इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया था। चीनी सरकार अपने चिप सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 40 अरब डॉलर का फंड लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
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