कोरोना का एक और नया वायरस, वैज्ञानिक ने दी चेतावनी, 3 में से 1 मरीज की हो जाएगी मौत

कोरोना वायरस के एक और नए वेरिएंट नियोकोव' ( NeoCoV) की पहचान हुई है, जिससे वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे संक्रमित तीन में से एक व्यक्ति की मौत हो सकती है।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 28, 2022 8:19 AM IST / Updated: Jan 28 2022, 01:54 PM IST

नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना वायरस (coronavirus) का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इस महामारी से हजारों लोग हर दिन जान गवां रहे हैं। जिससे पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। इसी बीच एक चिंताजनक खबर सामने आई है, दरअसल, कोरोना के एक और नए वेरिएंट 'नियोकोव' ( NeoCoV) की पहचान हुई है, यह बेहद ही संक्रामक है और इससे संक्रमित 3 तीन व्यक्ति में से एक की मौत हो सकती है। 

3 में 1 मरीज की हो सकती है मौत
इस संबंध में चीन के वुहान शहर के वैज्ञानिकों ने अलर्ट भी जारी किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नया कोरोना वायरस काफी ज्यादा संक्रामक है और इससे 3 में से 1 संक्रमित व्यक्ति की मौत हो सकती है।   

अब तक मनुष्यों में नहीं फैला वायरस
रूसी न्‍यूज एजेंसी स्‍पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में नए प्रकार का कोरोना वायरस 'नियोकोव' पाया गया है और यह तेजी से फैल रहा है। बताया जा रहा है कि यह वायरस अफ्रीका के चमगादड़ों में मिला है। अभी तक इस वायरस का संक्रमण पक्षियों में ही फैला है।

मनुष्यों को भी कर सकता है संक्रमित
वुहान यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेस, इंस्टीट्यूट ऑफ बायो फिजिक्स के वैज्ञानिकों का कहना है कि  NeoCov नया नहीं है, यह MERS-CoV वायरस से जुड़ा हुआ है। सबसे पहले साल 2012 और 2015 में पश्चिम एशिया के देशों में  पाया गया था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह और इसके करीबी रूप पीडीएफ-2180-कोव (PDF-2180-CoV) मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि NeoCoV के मात्र एक म्यूटेशन से यह मनुष्यों की कोशिकाओं में भी फैल सकता है। 

NeoCoV में कोरोना वायरस और  MERS-CoV गुम मौजूद
रिसर्च में कहा गया है कि नए वायरस NeoCoV में कोरोना वायरस और  MERS-CoV के गुण हैं, जिससे  NeoCoV बन जाता है। रिसर्च में कहा गया है कि शोध में कहा गया है कि NeoCoV वायरस में MERS की तरह से ही बहुत ज्‍यादा मरीजों की मौतें हो सकती हैं और यह आंकड़ा प्रत्‍येक 3 में से 1 मरीज हो सकता है।

गौरतलब है कि दुनियाभर के लोग पहले ही कोरोना वायरस के खौफ से डरे हुए हैं । इसके ओमीक्रोन व डेल्टा वेरिएंट कहर बरपा रहे हैं। ऐसे में 'नियोकोव' से चिंता और बढ़ सकती है।

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