चीनी वैक्सीन पर पाकिस्तान को भी नहीं है भरोसा, देश में नहीं मिल रहे ट्रायल के लिए वालंटियर्स

चीन पर उसके दोस्त पाकिस्तान को भी भरोसा नहीं है। दरअसल, चीन की कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के लिए पाकिस्तान में ट्रायल चल रहे हैं। लेकिन यहां वैक्सीन ट्रायल के लिए वालंटियर्स खोजने में भी काफी दिक्कत हो रही है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 6, 2020 8:44 AM IST

इस्लामाबाद. चीन पर उसके दोस्त पाकिस्तान को भी भरोसा नहीं है। दरअसल, चीन की कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के लिए पाकिस्तान में ट्रायल चल रहे हैं। लेकिन यहां वैक्सीन ट्रायल के लिए वालंटियर्स खोजने में भी काफी दिक्कत हो रही है। 

Nikkei Asia की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार की रिसर्च संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अफसर ने बताया, सोशल मीडिया पर कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रहीं अफवाहों के चलते अस्पतालों में ट्रायल के लिए वालंटियर्स मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। 

सितंबर में पाकिस्तान सरकार ने ट्रायल के लिए दी थी मंजूरी 
पाकिस्तान सरकार ने सितंबर में  Ad5-nCoV वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी दी थी। इसे कैनसीनो बायोलॉजिक्स और मिलिट्री मेडिकल साइंस ने बनाया है। इस ट्रायल की मंजूरी के बदले चीन पाकिस्तान को कोरोना की वैक्सीन प्राथमिकता के साथ देगा। 

 40 हजार वालंटियर्स पर होना है ट्रायल 
Ad5-nCoV वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में है। इसे 2022 तक पूरा होना है। इसमें अर्जेंटीना, चिली, मैक्सिको, सऊदी अरब, रूस और पाकिस्तान के करीब 40 हजार वालंटियर्स शामिल होने हैं। 
 
पाकिस्तान में 8-10 हजार लोगों पर होगा ट्रायल
पाकिस्तान को चीन का करीबी माना जाता है। चीन ने पाकिस्तान में कई प्रोजेक्ट्स में इंवेस्ट भी किया है। इस वैक्सीन के ट्रायल के लिए कराची, इस्लामाबाद और लाहौर में 5 अस्पतालों को चुना गया है। इनमें करीब 8-10 हजार लोगों पर ट्रायल होना है। कोरोना महामारी के संकट के बीच पाकिस्तान को हाल ही में चीन ने मेडिकल इक्विपमेंट समेत तमाम मदद भी दी है।  

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अफसर ने बताया, पाकिस्तान में ट्रायल के लिए वालंटियर्स को इकट्ठा करने में परेशानी नई बात नहीं है। वैश्विक स्तर पर देखें तो बहुत से लोग खासकर इस तरह के नए टीके पर कम ही विश्वास करते हैं। 

पाकिस्तान में किसी वैक्सीन पर पहली बार हो रहा तीसरे चरण का ट्रायल
पाकिस्तान में यह पहली ऐसी वैक्सीन है, जिसका तीसरे चरण में ट्रायल हो रहा है। ऐसे में यहां आम लोगों से वैक्सीन के ट्रायल के लिए वालंटियर्स बनने के लिए कहना, सामान्य बात नहीं है। ऐसे में यहां हेल्थ एजेंसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

कितने लोग वैक्सीन के टीके के लिए आए आगे
पाकिस्तान की सरकार ने आधिकारिक तौर पर आंकड़े जारी नहीं किए हैं, कि कितने लोग ट्रायल के लिए आगे आए हैं। हालांकि, कराची के इंडस हॉस्पिटल के मुताबिक, उन्हें ट्रायल के लिए सिर्फ 500 वालंटियर मिले हैं, जबकि उनका टारगेट 2000 था। 

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