इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में गृह युद्ध जैसी स्थिति हो गई है। सेना और आईएसआई के ठिकानों पर इमरान समर्थकों ने हमले किए हैं। लाहौर में आर्मी कैंट में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है।
इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी (Imran Khan arrest) के बाद पाकिस्तान में हालात गृह युद्ध (Civil War in Pakistan) जैसे हो गए हैं। पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद से सात दशक में पहली बार ऐसा हुआ है कि सेना के ऑफिस पर हमले हो रहे हैं। इमरान खान के समर्थक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के ठिकानों पर भी हमले कर रहे हैं।
इमरान खान के समर्थकों ने लाहौर में आर्मी कैंट में तोड़फोड़ और आगजनी की। कोर कमांडर के घर पर हमला किया गया और सामानों को लूट लिया गया। यहां तक कि कोर कमांडर के घर में मौजूद मोरों को भी इमरान खान के समर्थकों ने चुरा लिया। फ्रिज में रखे स्ट्रॉबेरी लूटकर लोग खा गए। कोई तौलिया तो कोई पर्दा, जिसके हाथ जो लगा लूट लिया।
पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर लगी रोक, धारा 144 लागू
इमरान खान के समर्थकों द्वारा किए जा रहे उपद्रव को रोकने के लिए पूरे पाकिस्तान में धारा 144 लगा दी गई है। रेंजर्स को सड़कों पर उतारा गया है। सोशल मीडिया पर रोक लगा दी गई है। कई शहरों में इंटरनेट को धीमा किया गया है। बुधवार को होने वाली परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है।
पाकिस्तान में आने वाले 48 घंटे हैं अहम
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में सेना और आईएसआई के खिलाफ ऐसा उपद्रव हो रहा है जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। पाकिस्तान के सरकारी रेडियो के दफ्तर को जला दिया गया है। यह पहली बार है जब सेना को इस तरह खुलेआम चुनौती दी गई है। आने वाले 48 घंटे पाकिस्तान के लिए अहम बताए जा रहे हैं।
क्वेटा में एक PTI कार्यकर्ता की मौत, छह घायल
इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान क्वेटा में फायरिंग हुई है। इसमें PTI (Tehreek-e-Insaf) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है और छह घायल हुए हैं। इमरान समर्थक ने क्वेटा एयरपोर्ट रोड को जाम कर दिया था। इसी दौरान फायरिंग की घटना हुई। पीटीआई बलूचिस्तान के प्रमुख मुनीर बलूच ने पुलिस पर प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आरोप लगाया है।