
शंघाई। कोरोना महामारी (Covid 19) के बार फिर चीन में तेजी से फैलने लगी है। संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए चीन ने सख्त लॉकडाउन (Lockdown in China) लगा दिया है। लोगों को खाने-पीने के सामान लाने के लिए भी घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। सड़कों पर पुलिस का पहरा है। काफी समय से लॉकडाउन लगे होने के चलते शंघाई जैसे शहरों में स्थिति अब बेकाबू हो रही है। खाना और अन्य जरूरी सामान की कमी के चलते हाहाकार मची है। इसी बीच चीनी पुलिस के जवान आम लोगों को अपने जूतों तले कुचल रहे हैं।
चीन में स्वतंत्र मीडिया नहीं है। इसके चलते वहां की स्थिति की सही-सही जानकारी सामने नहीं आ रही है। हालांकि सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें और वीडियो जरूर आ रहे हैं, जिससे पता चलता है कि चीन में स्थिति कितनी खराब हो गई है। एक ऐसी ही तस्वीर चूंग नाम के व्यक्ति ने ट्विटर पर पोस्ट की है। इसमें दिख रहा है कि एक बुजुर्ग व्यक्ति को पुलिस के कुछ जवानों ने जमीन पर लिटाकर रखा है। बुजुर्ग उठ नहीं सके इसके लिए उसके सीने पर लोहे की चादर रखी है। उसे एक पीपीई किट पहने व्यक्ति ने अपने दोनों हाथों से वजन डालकर दबा रखा है। पास मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने अपने जूते लोहे की चादर पर रखे हैं ताकि जमीन पर पड़ा बुजुर्ग हिलडुल भी न सके।
चूंग ने तस्वीर के साथ लिखा है कि हमने पिछले कुछ दिनों में चीन में दंगों, लूटपाट, पुलिस हिंसा और सामान्य अशांति की बहुत सारी तस्वीरें और वीडियो देखे हैं। शंघाई, जिलिन और अन्य जगहों पर महामारी प्रतिबंध अनगिनत लोगों के लिए असहनीय हो गए हैं।
शंघाई में खिड़कियों से चीख रहे हैं भूखे लोग
लॉकडाउन के चलते 26 मिलियन लोगों के शहर शंघाई में चीख-पुकार मची है। भोजन की कमी के चलते लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। सरकार ने खाना लाने के लिए भी घर से निकलने पर रोक लगा रखा है। सरकार द्वारा लोगों के घरों तक खाना पहुंचाने का दावा किया जाता है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है। इसके चलते लोग अपने घरों में भूखे कैद रहने को मजबूर हैं। भूखे लोग खिड़कियों से चीखते हैं ताकि उन्हें कोई खाना दे।
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सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर शंघाई के लोगों को भोजन और चिकित्सा देखभाल की कमी की शिकायत करते हुए दिखाया गया है। अपने घरों को छोड़ने से रोके जाने के बाद अपनी बालकनियों में खड़े होकर चिल्लाने लगे हैं।
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