ब्लड कैंसर के मरीजों को भी कोरोना से बचाता है टीका, शरीर में बनने लगती है एंटीबॉडी

जर्मनी में हुई एक स्टडी से पता चला है कि कोरोना का टीका ब्लड कैंसर के मरीजों को भी कोरोना से बचाता है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने के बाद भी उनके अंदर कोरोना से लड़ने वाली एंटीबॉडी बनते लगती है।
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 24, 2022 5:16 AM IST / Updated: Dec 24 2022, 10:51 AM IST

ब्रिसगौ (जर्मनी)। ब्लड कैंसर के मरीजों का इम्यून सिस्टम (रोग से लड़ने की ताकत) आमतौर पर कमजोर होती है। इसके चलते उनके कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे मरीजों पर कोरोना का असर भी अधिक होता है और कई बार यह जानलेवा साबित होता है।

इसके अलावा कई तरह के कैंसर इलाज से मरीज का इम्यून सिस्टम इतना अधिक कमजोर हो जाता है कि कोरोना का टीका लेने के बाद भी उसके शरीर में कोरोना वायरस (SARS-CoV2) से लड़ने वाले एंटीबॉडी नहीं बनते। दूसरी ओर जर्मनी के ब्रिसगौ में हुई एक स्टडी से पता चला है कि कोरोना का टीका ब्लड कैंसर के मरीजों को भी कोरोना से बचाता है। टीकाकरण मरीज की टी कोशिकाओं को सक्रिय कर सकता है। ये कोशिकाएं बीमारी से लड़ने के लिए लंबे समय तक एंटीबॉडी बनाती रहती हैं। 

टीका ने ब्लड कैंसर के रोगियों को कोरोना से बचाया
मेडिकल सेंटर-यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रीबर्गैंड वायरोलॉजिस्ट में फिजिशियन डॉ. एंड्रिया केप्लर-हाफकेमेयर और डॉ. क्रिस्टीन ग्रील के नेतृत्व में एक टीम ने यह स्टडी की। टीम ने ऐसे ब्लड कैंसर मरीजों के इम्यून रिस्पॉस की जांच की जिन्होंने नियमित अंतराल पर कोरोना वैक्सीन का तीन डोज लिया था। रिसर्च में पता चला कि ब्लड कैंसर के रोगियों के शरीर में भी टीका के चलते कोरोना से लड़ने वाले एंटीबॉडी बने और उन्होंने मरीजों को कोरोना से बचाया। 

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स्टडी दो प्रकार के रक्त कैंसर वाले रोगियों (बी-सेल लिंफोमा और मल्टीपल मायलोमा) पर केंद्रित था। डॉ. एंड्रिया केप्लर-हाफकेमेयर ने बताया कि हमारे नतीजे बताते हैं कि लगभग सभी मरीजों में कोविड-19 टीकाकरण के बाद कोरोना से लड़ने वाले एंटीबॉडी बने। डॉ. क्रिस्टीन ग्रील ने कहा कि इलाज के कारण जिन मरीजों का शरीर टीकाकरण के बाद कोई खास एंटीबॉडी बनाने में असमर्थ था। उनमें भी कोरोना के टीका ने असर दिखाया। इसके चलते वे कोरोना के संक्रमण से हल्के या मध्यम गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे। 

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