कोरोना के नए वेरिएंट XE ने दी दस्तक, ओमीक्रोन से दस गुना तेजी से फैल सकता, डब्ल्यूएचओ ने जारी किया अलर्ट

कोविड के ओमीक्रोन वेरिएंट से भी दुनिया निजात भी नहीं पा सकी थी कि यूके में एक नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। नए वेरिएंट की संक्रामक क्षमता ओमीक्रोन से दस गुना अधिक है। 

Dheerendra Gopal | / Updated: Apr 03 2022, 07:15 AM IST

नई दिल्ली। ओमीक्रोन का कहर अभी शांत हुआ था कि एक नया वेरिएंट दुनिया में कहर बरपाने को तैयार है। ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि यूके में एक नया कोविड संस्करण पाया गया है। स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि नया म्यूटेंट जिसे एक्सई कहा जाता है, कोविड​​​​-19 के किसी भी स्ट्रेन से अधिक ट्रांसमिसिबल हो सकता है।

पूर्व के दो वेरिएंट का रिकंबीनेंट

XE वेरिएंट, BA'1 और BA.2 Omicron वेरिएंट्स के म्यूटेशन का एक "पुनः संयोजक" है। जब कोई मरीज कोविड के कई प्रकारों से संक्रमित होता है, तो रिकॉम्बिनेंट म्यूटेशन सामने आता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक पेपर में यूके के विशेषज्ञों ने कहा कि वेरिएंट प्रतिकृति के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को मिलाते हैं और एक नया वेरिएंट बनाते हैं।

अधिक तेजी से संक्रमित करने की क्षमता

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि नया वेरिएंट XE ओमाइक्रोन के BA.2 सब-वेरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक ट्रांसमिसिबल प्रतीत होता है। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा, "शुरुआती अनुमान बीए.2 की तुलना में 10 प्रतिशत की तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। हालांकि, इस खोज को और पुष्टि की आवश्यकता है।"

अभी तक 637 मामले सामने आए

ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि एक्सई का पहली बार 19 जनवरी को पता चला था और अब तक नए संस्करण के 637 मामले सामने आए हैं।
इस बीच, Omicron का BA.2 सब-वेरिएंट दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के नवीनतम सर्वेक्षण में कहा गया है कि यूके में कुछ 4.9 मिलियन लोगों को 26 मार्च को समाप्त सप्ताह में कोविड -19 या पिछले सप्ताह की तुलना में 600,000 अधिक होने का अनुमान है।

अमेरिका और चीन ने भी BA.2 संस्करण द्वारा संचालित कोविड मामलों में वृद्धि की सूचना दी। चीन ने मार्च में लगभग 104,000 घरेलू कोविड संक्रमणों की सूचना दी, जिनमें से 90 प्रतिशत हाल के मामलों में शंघाई या उत्तरपूर्वी जिलिन प्रांत में पाए गए।

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