पाकिस्तान की राजनीति का आज सबसे महत्वपूर्ण दिन हैं। एक प्रधानमंत्री को आज इस्तीफा देना पड़ सकता है तो देश को नया प्रधानमंत्री मिल सकता है। रविवार को नेशनल असेंबली में इमरान खान सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे। क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह आखिरी गेंद तक सामना करेंगे। उधर, विपक्ष का कहना है कि इमरान के पास आवश्यक मैनडेट नहीं है इसलिए उनको तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
सहयोगी दल भी साथ छोड़ रहे
पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने पिछले हफ्ते 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में प्रभावी रूप से बहुमत खो दिया जब एक गठबंधन सहयोगी ने कहा कि उसके सात सदस्य विपक्ष के साथ मतदान करेंगे। हालांकि, श्री खान ने कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और जोर देकर कहा कि वह "आखिरी गेंद तक लड़ेंगे"। उन्होंने अपने समर्थकों से यह भी अपील की कि वे जो कुछ भी कह रहे हैं, उसके खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरें, पाकिस्तान के बाहर उन्हें बेदखल करने के लिए रची गई एक साजिश थी।
शहबाज शरीफ हो सकते हैं अगले प्रधानमंत्री
पाकिस्तान के किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। यदि श्री खान जाते हैं, तो पूर्व पाकिस्तानी प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ अगले प्रधान मंत्री बनने के लिए तैयार हैं।
एमक्यूएम-पी ने भी दिया इमरान की पार्टी को झटका
दरअसल, इमरान खान के साथ खड़े दल भी उनका साथ छोड़ रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के पहले कई सहयोगी दल साथ छोड़ चुके हैं। बीते मंगलवार को सत्तारूढ़ पीटीआई को एक और झटका लगा जब सरकार की सहयोगी एमक्यूएम-पी ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष का साथ देने और उनका समर्थन करने का फैसला किया।
MQM-P के पास नेशनल असेंबली में सात सीटें हैं और सरकार से अलग होने के अपने फैसले के बाद, विपक्ष को 177 MNA का समर्थन प्राप्त है, जो बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक 172 से पांच अधिक है।
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