सार
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद वह पद गंवाने की ओर हैं। गुरुवार को इमरान खान ने देश को संबोधन कर भावुक हो गए। हालांकि, उन्होंने विपक्ष पर जोरदार हमले किए साथ ही भारत के पीएम और नवाज शरीफ के रिश्तों का भी जिक्र किया।
इस्लामाबाद। अविश्वास प्रस्ताव के बाद सत्ता गंवाने के मुहाने पर पहुंच चुके इमरान खान ने गुरुवार को देश को संबोधित किया। राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तान (Pakistan) में भावुक अपील करने के साथ विदेशी ताकतों पर उन्होंने खुद को सत्ता से बेदखल करने का आरोप लगाया। इमरान खान ने इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का भी जिक्र किया। इमरान खान ने कहा कि तीन कठपुतली देश के खिलाफ विदेशी ताकतों से मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय पत्रकार बरखा दत्त (Barkha Dutt) का भी जिक्र अपने संबोधन में किया।
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इमरान खान ने क्यों लिया बरखा दत्त का नाम?
इमरान खान ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यहां तीन कठपुतली बैठे हैं जो विदेशी ताकतों के साथ काम कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि इमरान खान को बाहर कर दिया जाए और चाहते हैं कि यह निश्चित व्यक्ति इस जगह को ले और तब सब कुछ ठीक हो जाएगा। लेकिन क्या आप चाहते हैं कि कोई धोखाधड़ी का आरोपित आपका नेतृत्व करे? बरखा दत्त (Barkha Dutt) की किताब के मुताबिक, नवाज शरीफ ने नेपाल में चुपचाप पीएम मोदी से मुलाकात की। मैंने हमेशा कहा है कि हम एक स्वतंत्र विदेश नीति चाहते हैं। जब आप यह सवाल नहीं कर सकते कि आपके देश पर बमबारी कौन कर रहा है, तो आपकी विश्वसनीयता क्या है? मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन मेरे 22 करोड़ लोग मेरी प्राथमिकता हैं।
अपने संबोधन में इमरान खान ने विपक्षी नेताओं को विदेशी साजिश में शामिल होने का तो आरोप लगाया ही साथ ही यह भी कहा कि वह इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं। इमरान खान ने साफ कहा कि वह देश के लिए यह लड़ाई लड़ेंगे। वह हर विरोध का सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी ताकत से साजिश को बेनकाब करेंगे, कोई भी साजिश उनका नुकसान नहीं कर पाएंगी।
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