'ब्लू स्क्रीन ऑफ़ डेथ' से क्यों ठप हुई दुनिया? क्राउडस्ट्राइक ने किया खुलासा

Microsoft का सर्वर ठप होने की वजह से शुक्रवार 19 जुलाई को दुनियाभर की तमाम जरूरी सेवाएं ठप हो गईं। सबसे ज्यादा असर एयरलाइंस, बैंक, फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस, ऑनलाइन शॉपिंग, IT, स्टॉक एक्सचेंज, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस और ब्रॉडकास्ट पर पड़ा।

 

नई दिल्ली। माइक्रोसाफ्ट की ऑपरेटिंग सिस्टम के एंटी वायरस अपडेट की वजह से हुई गड़बड़ी ने पूरी दुनिया को थाम दिया था। दुनिया भर में परिवहन, वित्त, मेडिकल इंडस्ट्री से लेकर सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया था। इस वैश्विक आईटी आउटेज विंडोज गड़बड़ी का क्राउडस्ट्राइक ने खुलासा किया है। क्राउडस्ट्राइक ने बताया कि ग्लोबल आईटी आउटेज की वजह विंडोज के लिए सेंसर कांफिगरेशन अपडेट में गड़बड़ी के कारण हुई थी। इसकी वजह से दुनिया भर में परिवहन, वित्त और चिकित्सा उद्योगों को झेलना पड़ा था।

19 जुलाई को हुई गड़बड़ी से मानों दुनिया हो गई ठप

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माइक्रो का सर्वर ठप होने की वजह से शुक्रवार 19 जुलाई को दुनियाभर की तमाम जरूरी सेवाएं ठप हो गईं। इसके चलते 1400 फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं। सबसे ज्यादा असर एयरलाइंस, बैंक, फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस, ऑनलाइन शॉपिंग, IT इंडस्ट्री, स्टॉक एक्सचेंज, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस और ब्रॉडकास्ट एंड मीडिया कंपनियों पर पड़ा। यह गड़बड़ी संभवतः इतिहास में सबसे बड़ी आईटी आउटेज थी। 19 जुलाई को आईटी आउटेज तब शुरू हुआ जब क्राउडस्ट्राइक सॉफ़्टवेयर अपडेट ने लॉजिक एरर को ट्रिगर किया। इससे सिस्टम क्रैश हो गया और 'ब्लू स्क्रीन ऑफ़ डेथ' की समस्या उत्पन्न हुई। अधिकतर डिवाइस पर लोगों ने इसका सामना किया।

क्या कहा है क्राउडस्ट्राइक ने माइक्रोसाफ्ट की इस गड़बड़ी पर?

क्राउडस्ट्राइक ने कहा कि लॉजिक एरर को ठीक कर दिया गया है और दुनिया भर में सिस्टम सामान्य हो रहे हैं। प्रभावित होने वाले लोग मुख्य रूप से विंडोज संस्करण 7.11 और उससे ऊपर के लिए फाल्कन सेंसर चलाने वाले कस्टमर थे जो 19 जुलाई को कुछ अंतराल के दौरान ऑनलाइन थे। क्राउडस्ट्राइक ने कहा कि सेंसर कॉन्फ़िगरेशन अपडेट, फाल्कन प्लेटफार्म को सिक्योर करने के मैकेनिज्म के लिए था। क्राउडस्ट्राइक ने कहा कि 04:09 UTC पर हुआ अपडेट का टारगेट उन नए देखे गए पाइप्स नामक मॉलवेयर के लिए था जो साइबर हमलों में सामान्य C2 फ्रेमवर्क द्वारा उपयोग किया जाता है। कॉन्फ़िगरेशन अपडेट ने एक लॉजिक एरर को ट्रिगर किया जिसके परिणामस्वरूप ऑपरेटिंग सिस्टम क्रैश हो गया। कंपनी ने जोर देकर कहा कि घटना का कारण साइबर हमला नहीं था।

Microsoft ने पहले कहा था कि क्राउडस्ट्राइक फाल्कन एजेंट चलाने वाले विंडोज क्लाइंट और विंडोज सर्वर चलाने वाली वर्चुअल मशीनों में बग चेक का सामना करना पड़ सकता है। प्रभाव का अनुमानित समय 19 जुलाई को सुबह 9.39 बजे IST हो सकता है, जब क्राउडस्ट्राइक अपडेट शुरू हुआ था।

एरर को ठीक करने और ऑनलाइन वापस आने के बारे में लेटेस्ट जानकारी प्राप्त करने के लिए, यूजर्स क्राउडस्ट्राइक वेबसाइट के ब्लॉग या सहायता पोर्टल पर जा सकते हैं। वे सीधे कंपनी से भी संपर्क कर सकते हैं।

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