
सिंगापुर (Singapore). सिंगापुर ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह को पैसा देने के आरोप में इंडोनेशियाई मूल की तीन घरेलू सहायकों को कड़े सुरक्षा कानूनों के तहत हिरासत में लिया है। उन पर कोई मुकदमा नहीं चलाया गया है।
सरकार ने कहा कि कथित तौर पर कट्टरपंथी बनाए गए विदेशी घरेलू सहायकों को गिरफ्तार करने की यह घटना बताती है कि जिहादी लगातार 'हिंसक विचारधारा' की अपील कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने कहा कि तीनों घरेलू सहायक छह से 13 वर्ष से सिंगापुर में काम कर रही थीं। वह पिछले वर्ष ऑनलाइन कंटेट देखने के बाद आईएस की समर्थक बन गई थी। उन्होंने आईएस के बम हमले, सिर कलम करने के वीडियो देखे थे।
अनिंदिया अफियांत्री (33), रेत्नो हेनायानी (36) और 31 वर्षीय तुरमिनी आईएस समर्थक विचारधारा वाले विदेशियों से ऑनलाइन संपर्क में आईं। अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपियों ने विदेशी संगठनों को आतंकवाद से जुड़े उद्देश्यों, आईएसआईएस और जेएडी जैसे संगठनों की गतिविधियों के लिए पैसा भी दिया। महिलाओं को आंतरिक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया है। यह कानून बिना मुकदमे के दो वर्ष तक हिरासत में रखने की इजाजत देता है। इस मामले से पहले, सिंगापुर में वर्ष 2015 से कट्टरपंथी बनाए गए 16 विदेशी घरेलू सहायकों की पहचान की गई ।
क्या है जेडी?
जमाह अंशरूत दौला (जेएडी) इंडोनेशिया का आतंकी संगठन है जो आईएस का समर्थन करता है।
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]
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