डोनाल्ड ट्रंप से मिले बेंजामिन नेतन्याहू, गाजा पुनर्वास योजना पर की चर्चा

Vivek Kumar   | ANI
Published : Jul 08, 2025, 04:30 PM IST
President Trump and Israeli PM Netanyahu meet at the White House to discuss Gaza relocation plan amid ongoing ceasefire talks (Source: Reuters)

सार

इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा से फिलिस्तीनियों के स्थानांतरण पर चर्चा की। इस प्रस्ताव को जातीय सफाई बताया जा रहा है, जबकि युद्धविराम वार्ता भी जारी है।

वाशिंगटन। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार (स्थानीय समय) को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने फिलिस्तीनियों को गाजा से दूसरे देशों में स्थानांतरित करने के अपने विवादास्पद प्रस्ताव को दोहराया। गाजा में चल रहे 21 महीने के युद्ध को रोकने के लिए संभावित 60-दिवसीय युद्धविराम के लिए कतर में इजरायल और हमास के बीच अमेरिका समर्थित अप्रत्यक्ष वार्ता जारी है।

यह बैठक ब्लू रूम में रात्रिभोज पर हुई। इस दौरान नेतन्याहू ने कहा, "हम उन देशों को खोजने के बारे में अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जो हमेशा कहते हैं कि वे फिलिस्तीनियों को बेहतर भविष्य देना चाहते थे। मुझे लगता है कि हम कई देशों को खोजने के करीब पहुंच रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "अगर लोग रुकना चाहते हैं तो रुक सकते हैं, लेकिन जाना चाहते हैं तो उन्हें जाने में सक्षम होना चाहिए। यह जेल नहीं होनी चाहिए। यह एक खुली जगह होनी चाहिए। लोगों को एक स्वतंत्र विकल्प देना चाहिए।"

ट्रंप ने इस विचार के लिए अपने समर्थन को दोहराया। कहा, "तो कुछ अच्छा होगा।" उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मामले पर पड़ोसी देशों से "बहुत अच्छा सहयोग" मिला है। अल जजीरा के संवाददाता हमदाह सालहुत ने अम्मान, जॉर्डन से रिपोर्ट किया, "यह कुछ ऐसा है जो इजरायली कुछ समय से कह रहे हैं। इसे फिलिस्तीनियों का अपनी मातृभूमि से 'स्वैच्छिक प्रवास' कहते हैं। लेकिन निश्चित रूप से, इसकी जातीय सफाई के रूप में निंदा की गई है।"

फिलिस्तीन के लोगों को हटाने की योजना अभी नहीं है स्पष्ट  

पूर्व इजरायली राजनयिक एलोन पिंकस ने अल जजीरा को बताया कि स्थानांतरण के बारे में बार-बार सार्वजनिक बयान देने के बावजूद, कोई स्पष्ट या कार्रवाई योग्य योजना नहीं है। उन्होंने कहा, "तथ्य यह है कि इजरायली रक्षा मंत्री कुछ विचारों को धुंधला कर देते हैं। या यहां तक कि प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति भी। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई योजना है। फरवरी की शुरुआत में ट्रंप ने एक फिलिस्तीनी रिवेरा के बारे में बात की थी।"

इस बीच बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप को एक स्थानांतरण योजना का मसौदा तैयार करने के लिए कहा गया था। पिंकस ने चेतावनी दी कि ऐसी अवधारणाओं का "मतलब यह नहीं है कि यह लागू करने लायक है। यह तबाही का एक नुस्खा है। यह सुनिश्चित करता है कि गाजा में कोई भी (युद्ध के बाद) समझौता टिकाऊ नहीं है।"

बता दें कि सोमवार का रात्रिभोज कतर में अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता के बीच हुआ। इजरायल और हमास के वार्ताकारों ने अलग-अलग कमरों में 60 दिनों के लिए लड़ाई रोकने पर चर्चा की। मसौदा ढांचे में बंदियों की चरणबद्ध रिहाई, गाजा के कुछ हिस्सों से इजरायल की वापसी और युद्ध को समाप्त करने के लिए व्यापक वार्ता शामिल है।

हालांकि, नेतन्याहू ने एक पूर्ण फिलिस्तीनी राज्य को खारिज कर दिया। कहा कि इजरायल गाजा पर सुरक्षा नियंत्रण "हमेशा" बनाए रखेगा।" वहीं, हमास इजरायली बंधकों के बदले में पूरी तरह से वापसी और सभी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग करता है।

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