वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद संभालने के बाद पूरे देश में इमरजेंसी लगा सकते हैं। ट्रंप ने सोमवार को बताया कि वे सीमा सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने की योजना पर काम कर रहे हैं। आपातकाल लगाए जाने के बाद अमेरिकी सेना को अवैध रूप से रह रहे लोगों को देश से बाहर निकालने में लगाया जाएगा।
ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों के मुद्दे को उठाया था। उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल के दौरान अवैध रूप से सीमा पार आए रिकॉर्ड संख्या में प्रवासियों को निर्वासित करने का वादा किया था। कहा था कि मैक्सिको के साथ लगी सीमा पर घुसपैठ रोकेंगे।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रम्प ने कहा कि वे राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करने के लिए तैयार हैं। बड़े पैमाने पर निर्वासन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके लिए सेना का इस्तेमाल होगा।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने 5 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को हराया था। अधिकारियों का अनुमान है कि करीब 11 मिलियन लोग अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। ट्रंप की निर्वासन योजना से करीब 2 करोड़ परिवारों पर सीधा असर पड़ने की उम्मीद है।
अमेरिकी सरकार मैक्सिको के साथ अपनी सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही है। इस सीमा से बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी भी होती है। ट्रंप ने यह दावा करके चिंताओं को और बढ़ा दिया है कि प्रवासियों द्वारा "आक्रमण" किया जा रहा है। वे अमेरिकियों का बलात्कार और हत्या करेंगे। अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप ने बार-बार अवैध अप्रवासियों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने विदेशियों के बारे में भड़काऊ बयानबाजी की।
ट्रंप ने चुनाव के दौरान 1798 के विदेशी शत्रु अधिनियम को लागू करने की बात की है। इसका इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी-अमेरिकियों को बिना किसी उचित प्रक्रिया के नजरबंदी शिविरों में रखने के लिए किया गया था।
कहा जा रहा है कि मैक्सिको से अवैध रूप से सीमा पार करने वाले प्रवासियों के साथ अमेरिकी सीमा गश्ती मुठभेड़ों की संख्या अब लगभग 2020 के बराबर है। यह दिसंबर 2023 के रिकॉर्ड 250,000 तक पहुंच गई थी।