टैरिफ को लेकर व्हाइट हाउस में हुआ विवाद, ट्रंप के दो सबसे करीबी आमने-सामने,अब क्या करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति?

Published : Apr 07, 2025, 10:35 AM IST
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सार

US Tariff: ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर उनके दो करीबी सलाहकार पीटर नवारो और एलन मस्क आपस में भिड़ गए हैं। व्हाइट हाउस में इस मुद्दे पर तीखी बहस छिड़ गई है। 

US Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर उनके ही दो सलाहकारों के बीच जबरदस्त बहस शुरू हो गई है। व्हाइट हाउस के दो बड़े आर्थिक सलाहकार, पीटर नवारो और एलन मस्क एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ते हुए नजर आए। पीटर नवारो का आरोप है कि एलन मस्क अमेरिका के बड़े व्यापारिक साझेदारों पर टैरिफ लगाने का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे उनकी कंपनियों को नुकसान हो सकता है। वहीं, एलन मस्क ने नवारो की शिक्षा और उनके आर्थिक सोच पर सवाल उठा दिए हैं।

ट्रंप के दो सबसे करीबी आपस में भिड़े

फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में मस्क की टैरिफ-विरोधी राय की आलोचना की। उन्होंने माना कि मस्क ने ऊर्जा विभाग में अच्छा काम किया है लेकिन उनका टैरिफ का विरोध सिर्फ अपनी कंपनियों के फायदे के लिए है। इसके बाद से ये साफ हो गया है कि टैरिफ नीति को लेकर ट्रंप प्रशासन के अंदर ही बड़ी मतभेद पैदा हो गए हैं।

पीटर नवारो ने एलन मस्क पर बोला हमला

पीटर नवारो ने एलन मस्क पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “जब एलन मस्क ऊर्जा विभाग (DOE) से जुड़े काम करते हैं, तो वह अच्छा काम करते हैं, लेकिन हम जानते हैं कि पर्दे के पीछे असल में क्या चल रहा है। एलन मस्क कार बेचते हैं और उनके बयानों के पीछे सिर्फ अपने फायदे की सोच है।” नवारो ने दावा किया कि मस्क की कंपनी टेस्ला को ट्रंप की टैरिफ नीति से सीधा नुकसान हो सकता है, क्योंकि टेस्ला बड़ी मात्रा में ऑटोमोबाइल पार्ट्स चीन, मैक्सिको, जापान, ताइवान और अन्य देशों से आयात करती है। उनका कहना है कि मस्क टैरिफ का विरोध सिर्फ इसलिए कर रहे हैं ताकि उनकी कंपनी का मुनाफा सुरक्षित रह सके।

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एलन मस्क ने दी तीखी प्रतिक्रिया

एलन मस्क ने पीटर नवारो के आरोपों को खारिज करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मस्क ने न केवल नवारो के बयान को गलत बताया बल्कि उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक अनुभव पर भी सवाल उठा दिए।

मस्क ने एक पोस्ट में लिखा, “इकोनॉमिक्स में हार्वर्ड से पीएचडी होना कोई काबिलियत की बात नहीं, बल्कि यह नुकसानदायक भी हो सकता है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इतनी ज्यादा पढ़ाई ने नवारो को असली दुनिया की आर्थिक हकीकतों से दूर कर दिया है। एक दूसरे पोस्ट में मस्क ने लिखा, “यह सब उनके घमंड और सीमित सोच की समस्या है।”

 

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