बांग्लादेश में दुर्गा पूजा: क्या इस बार हिंदू सुरक्षित पूजा कर पाएंगे?
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और कई पाबंदियां भी लगाई गई हैं। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है और साइबर निगरानी भी कर रही है।
Dheerendra Gopal | Published : Sep 27, 2024 12:55 PM IST / Updated: Sep 27 2024, 06:26 PM IST
Durga Puja celebrations in Bangladesh: बंगाल में दुर्गा पूजा का पर्व बहुत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। सदियों पुराना यह त्योहार हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार में गिना जाता है। बंगाल से निकला यह पर्व भारत ही नहीं देश के कोने-कोने में पहुंच चुका है। हालांकि, बांग्लादेश के हिंदुओं को दुर्गा पूजा मनाने में तमाम तरह के कठिन नियम-कायदे-कानून का पालन करना होता है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद नई बनी अंतरिम सरकार ने भी कई नियम इस त्योहार को लेकर बनाए हैं।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के लिए 32666 पंडाल बनाए गए हैं। यहां मां दुर्गा की प्रतिमाएं लगाई जाएगी और उत्सव मनाया जाएगा।
बांग्लादेश के पुलिस महानिरीक्षक मोहम्मद मोइनुल इस्लाम ने बताया कि पिछले कुछ सालों में हुए सांप्रदायिक दंगों को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता का आदेश दिया गया है। दुर्गा पूजा के दौरान, पूजा से पहले और दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन तक तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पुलिस साइबर निगरानी भी कर रही है ताकि कोई अफवाह फैलाकर कोई अप्रिय घटना को हवा न दे सके। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नेशनल इमरजेंसी सर्विस 999 डॉयल कर इमरजेंसी में सूचना दे सकता है।
आईजी पुलिस ने कहा कि पूजा पंडालों को सीसीटीवी सर्विलांस पर भी रखा गया है। पुलिस भी पर्याप्त मात्रा में हर जगह पर तैनात किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि पूजा उत्सव परिषद ने नेताओं से हर मंडप पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। पुलिस वर्दी के साथ-साथ सादी वर्दी में भी रहेगी।
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के सलाहकार रिटायर्ड ले.जन. मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडाल में बज रहे संगीत या लाउडस्पीकर की वजह से मुस्लिम धर्मावलंबियों को कोई परेशानी न हो इसलिए अजान या नमाज शुरू होने के पांच मिनट पहले सभी लाउडस्पीकर या संगीत बंद कर दिए जाने चाहिए।
बांग्लादेश के धार्मिक मामलों के सलाहकार अबुल फैज मुहम्मद खालिद हुसैन ने कहा कि यदि किसी पूजास्थल या पूजा कर रहे लोगों को नुकसान पहुंचाया जाता या उनको परेशान किया जाएगा तो यह सरकार उनको छोड़ेगी नहीं। हिंदू समुदाय के लोग पूरे उत्साह के साथ अपना त्योहार मनाएं, हम उनकी सुरक्षा का आश्वासन देते हैं। मंदिरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा।
दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों की सुरक्षा, दुर्गा पूजा के दौरान पुलिस के अलावा मदरसों के छात्र भी करेंगे। खालिद हुसैन ने बताया कि इस बार सभी सुरक्षित होकर अपना त्योहार मना रहे हिंदू समुदाय की सुरक्षा में पुलिस या उसकी समकक्ष फोर्स तो तैनात किए ही गए स्थानीय लोग और मदरसा छात्र भी हर पंडाल व मंदिरों में रहेंगे ताकि सुरक्षा में कोई सेंध न लगा सके।
दुर्गा पूजा का पर्व 3 अक्टूबर से शुरू होगा। दुर्गा पूजा 12 अक्टूबर को समाप्त होगा। दुर्गा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा का पट खुलने के बाद 8 व 9 अक्टूबर को भारी मात्रा में लोग दर्शन के लिए उमड़ते हैं।