तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप का दर्द अभी जिंदा है कि न्यूजीलैंड में धरती हिलने से दहशत फैल गई। न्यूजीलैंड में लोअर हट से 78 किमी उत्तर पश्चिम में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया है.
वेलिंग्टन(Wellington). तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप का दर्द अभी जिंदा है कि न्यूजीलैंड में धरती हिलने से दहशत फैल गई। न्यूजीलैंड में लोअर आइलैंड से 78 किमी उत्तर पश्चिम में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया है। लोअर नॉर्थ आइलैंड भूकंप के तेज झटकों से हिल गया है। स्थानीय समयानुसार, बुधवार शाम 7.38 बजे 6.1 तीव्रता का भूकंप आया और पारापरामु से 50 किमी उत्तर पश्चिम में 48 किमी की गहराई पर केंद्रित था। जियोनेट(Geonet) ने भूकंप को स्ट्रांग के रूप में क्लासिफाइड किया है।
रात 8.10 बजे तक उत्तरी द्वीप के ऊपर से लेकर दक्षिण द्वीप के निचले हिस्से तक 60,600 से अधिक लोगों ने जियोनेट पर भूकंप महसूस होने की सूचना दी। उन लोगों में से अधिकांश ने भूकंप को हल्का बताया, जबकि 72 ने कहा कि यह स्ट्रांग था।
नेशनल पार्टी के डिप्टी लीडर निकोला विलिस(Nicola Willis) स्काई स्टेडियम में वेलिंग्टन महिला बेघर ट्रस्ट(Wellington Women’s Homeless Trust) के एक समारोह में लगभग 500 अन्य लोगों के साथ मौजूद थे, जब भूकंप आया था। उन्होंने कहा-"हम बस टेबल के चारों ओर बात कर रहे थे, तभी भूकंप आया और कुछ लोगों ने टेबल को पकड़ना शुरू कर दिया।"
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिप्किंस(Chris Hipkins) ने भूकंप को चौंकाने(unprintable) वाला बताया।
नॉर्थ आइलैंड तौमारानुई से करीब 20 किमी दक्षिण में स्थित होव्हांगो में एक व्यक्ति ने कहा कि जब वो सफाई कर रहा था, तभी भूकंप आया। जियोनेट ने कहा कि भूकंप बुधवार शाम 7:38 बजे पारापरामु से 50 किमी उत्तर-पश्चिम में 48 किमी की गहराई में आया। चूंकि भूकंप अपेक्षाकृत उथला था(धरती में ऊपर था), इसका मतलब यह था कि इसे अधिक व्यापक और दृढ़ता से महसूस किया गया था।
जियोनेट के अनुसार, ताओपो के पास बुधवार रात 8 बजे एक दूसरे भूकंप की सूचना मिली थी। जियोनेट ने कहा कि 4 तीव्रता का भूकंप ताउमरुनुई से 45 किमी दक्षिण-पश्चिम में 78 किमी की गहराई में स्थित था। 3600 से अधिक लोगों ने इस भूकंप की सूचना दी थी। हालांकि जियोनेट ने इसे वीक बताया है। नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी ने सलाह दी है कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है।
बता दें कि न्यूजीलैंड इस समय चक्रवात गेब्रिएल(Cyclone Gabrielle) के बाद मची तबाही से जूझ रहा है। उत्तरी द्वीप में बड़े पैमाने पर बाढ़ और भूस्खलन से लोग विस्थापित हुए हैं। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण 40 हजार से ज्यादा घरों में बिजली नहीं है। सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इस चक्रवात से पैदा हुए संकट से निपटने मंगलवार को यहां नेशनल इमरजेंसी का ऐलान किया गया है। न्यूजीलैंड की हिस्ट्री में तीसरी बार है, जब नेशनल इमरजेंसी लगाई गई है। इससे पहले 2019 में क्राइस्ट चर्च आतंकी हमले और 2020 में कोविड महामारी को दौरान इमरजेंसी लगानी पड़ी थी।
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