
Evergrande Crisis. चीन की रियल एस्टेट दिग्गज कंपनी एवरग्रैंड ने यूएस कोर्ट में दिवालिया का केस फाइल किया है। कंपनी ने यूएस बैंकरप्टसी कोड के चैप्टर 15 के तहत प्रोटेक्शन की डिमांड की है। यह चैप्टर यूएस में बिजनेस करने वाली विदेशी क्रेडिटर्स के लिए है, जिनमें उनकी संपत्तियों को सीज करने का प्रावधान है। चीन की रियल एस्टेट फर्म का दिवालिया घोषित होना ऐसे समय में सामने आया है, जब चीन की अर्थव्यवस्था मुश्किल समस्याओं का सामना कर रही है।
एवरग्रैंड पर 300 बिलियन डॉलर का कर्ज
रिपोर्ट्स के अनुसार चीन की इस दिग्गज कंपनी पर करीब 300 बिलियन डॉलर का कर्ज चढ़ा हुआ है। यह कंपनी साल 2021 में भी अपने कर्ज का भुगतान करने में चूक कर चुकी है। उस वक्त भी कंपनी ने अपने आर्थिक हालातों का खुलासा नहीं किया था। इसके ठीक एक साल के बाद यानि साल 2022 में कंपनी के शेयरों को बिजनेस से सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद कंपनी ने पिछले महीने यह जानकारी दी कि उसे बीते 2 साल में करीब 80 बिलियन डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है। चीन की कई कंपनियां घाटे में चल रही है, हालांकि अब कुछ कंपनियां सामने आकर अपना नुकसान सार्वजनिक कर रही हैं।
क्या है इस वक्त चीन की आर्थिक स्थिति
रिपोर्ट्स बताते हैं कि मौजूदा समय में चीन की अर्थव्यवस्था कई तरह की मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर रही है। चीन में बेरोजगारी दर बढ़ी है और महंगाई से भी बुरा हाल है। इसी दौरान एवरग्रैंड का दिवालियापन भी सामने आने से चीन की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। चीन की एक और रियल एस्टेट कंपनी को पिछले 6 महीने में करीब 7.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। रियल एस्टेट कंपनी कंट्री गार्डन ने यह जानकारी खुद ही शेयर की है। चीन की आर्थिक वृद्धि धीमी होने के साथ ही बेरोजगारी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है।
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