Explained: अमेरिका में कैसे होते हैं राष्ट्रपति चुनाव? जानें वोट करने का तरीका

Published : Nov 04, 2024, 01:08 PM ISTUpdated : Nov 04, 2024, 01:13 PM IST
Kamala Harris and Donald Trump

सार

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने हैं। इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम, प्रारंभिक मतदान और स्विंग स्टेट्स की भूमिका अहम है।

वर्ल्ड डेस्क। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US presidential election) हो रहे हैं। यहां चुनाव लंबी और जटिल प्रक्रिया के तहत होते हैं। इसके कई चरण होते हैं। यहां मतदान की अनूठी प्रणाली है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव 2024 में दो उम्मीदवार हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मैदान में हैं।

इलेक्टोरल कॉलेज क्या है, यह कैसे काम करता है?

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के सबसे खास पहलुओं में से एक यह है कि यहां के आम लोग सीधे अपने राष्ट्रपति के लिए वोट नहीं देते हैं। इसके बजाय वे इलेक्टोरल कॉलेज में इलेक्टर्स के लिए वोट डालते हैं। यह निकाय अंत में राष्ट्रपति का चयन करता है।

कुल 538 इलेक्टर्स हैं। इनमें प्रतिनिधि सभा के 435 सदस्य, 100 सीनेटर और वाशिंगटन डीसी के 3 इलेक्टर्स शामिल हैं। जीत के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत होती है। प्रत्येक राज्य के इलेक्टर्स का आवंटन कांग्रेस में उसके प्रतिनिधित्व के अनुपात में होता है। कैलिफोर्निया बड़ा राज्य है। यहां 55 इलेक्टर्स हैं। वहीं, नॉर्थ डकोटा में तीन इलेक्टर्स हैं।

किसी राज्य में सबसे ज्यादा वोट जीतने वाला उम्मीदवार आमतौर पर उस राज्य के सभी इलेक्टोरल वोट विनर टेक ऑल सिस्टम के तहत लेता है। 48 राज्यों और वाशिंगटन डीसी में विनर टेक ऑल सिस्टम इस्तेमाल होता है। मेन और नेब्रास्का राज्य आनुपातिक प्रणाली का उपयोग करते हैं। इसमें जिला स्तर और राज्यव्यापी रिजल्ट के आधार पर इलेक्टोरल वोटों को बांटा जाता है।

प्रारंभिक मतदान और मेल-इन मतपत्र क्या हैं?

हाल के वर्षों में, प्रारंभिक मतदान और अनुपस्थित मतदान ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आधिकारिक चुनाव की तारीख 5 नवंबर 2024 है। लाखों अमेरिकी मेल-इन मतपत्रों या व्यक्तिगत रूप से प्रारंभिक मतदान के माध्यम से सप्ताह पहले ही अपना वोट डाल देंगे। COVID-19 महामारी के कारण 2020 में इस प्रथा में तेजी आई है। 2020 में कुल मिलाकर 158 मिलियन वोट डाले गए। इसमें अनुपस्थित मतदान 66.4 मिलियन था।

वोट की गिनती कैसे की जाती है?

मतदान समाप्त होने के बाद वोटों की गिनती शुरू होती है। परिणामों का पहला सेट आम तौर पर चुनाव की रात के अंत तक पता चल जाता है। चुनाव प्रक्रिया का अंतिम चरण दिसंबर में होता है। इलेक्टोरल कॉलेज औपचारिक रूप से अपने वोट डालता है। 6 जनवरी, 2025 को कांग्रेस आधिकारिक तौर पर चुनावी वोटों की गिनती करेगी। नव निर्वाचित राष्ट्रपति 20 जनवरी 2025 से काम शुरू करेंगे। उनका कार्यकाल 4 साल का होगा।

स्विंग स्टेट कितने महत्वपूर्ण हैं?

स्विंग स्टेट वे राज्य हैं जहां दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर होती है। ये राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इन राज्यों में एक पार्टी के लिए वोट करने का कोई नियमित पैटर्न नहीं है। ये किसी भी चुनाव में रिपब्लिकन या डेमोक्रेट को प्रभावित कर सकते हैं। 2024 में प्रमुख स्विंग स्टेट में एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, पेनसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन शामिल होने की संभावना है। इन राज्यों में जीतना अक्सर उम्मीदवारों के लिए निर्णायक होता है। यहां इलेक्टर्स वोट की संख्या अधिक है।

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