
न्यूयॉर्क। भारत ने शनिवार को अपने पहले सूर्य मिशन को लॉन्च किया। इसरो द्वारा 11:50 मिनट पर आदित्य एल1 को सूर्य की खोजबीन के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया। इसपर दुनियाभर की नजर टिकी हुई है। भारत के अंतरिक्ष अभियानों पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के पूर्व कमांडर और अपोलो मर्डर्स के लेखक क्रिस हेडफील्ड ने कहा है कि इसरो शानदार काम कर रहा है।
हेडफील्ड ने कहा, "स्पेस कॉमर्स, जीपीएस उपग्रह, मौसम उपग्रह, दूरसंचार, चंद्रमा की खोज, सूर्य मिशन, यह सब एक जीवनकाल से भी कम समय में हुआ है। यह स्पेस रेस नहीं है। यह हर किसी के लिए एक नया अंतरिक्ष अवसर है। रेस इस बात को लेकर है कि कौन टेक्नोलॉजी को आर्थिक तरीके से आगे बढ़ा सकता है। कौन प्रत्येक कंपनी और इसमें शामिल प्रत्येक देश के लिए स्पेस कारोबार को लाभदायक बना सकता है।"
स्पेस कारोबार को लाभदायक बनाने के लिए मजबूत स्थिति में है भारत
हेडफील्ड ने बताया कि भारत स्पेस कारोबार को लाभदायक बनाने के लिए मजबूत स्थिति में है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई वर्षों से यह देखा है। वह इसरो से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। अंतरिक्ष अभियान को बढ़ावा देना भारतीय नेतृत्व की ओर से स्मार्ट कदम है। सरकार स्पेस कारोबार को विकसित कर रही है और इसमें निजीकरण को बढ़ा रही है ताकि व्यवसायों और भारत के लोगों को इसका फायदा हो।
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