फ्रांस में हिंसा चौथे दिन भी बेकाबू: 2 हजार से अधिक कारें, सैकड़ों बैंक-स्कूल-बिल्डिंग्स आग के हवाले, देश में इमरजेंसी लगाए जाने का संकेत
फ्रांस में एक किशोर की पुलिसवाले द्वारा गोली मारने की घटना के बाद हिंसक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार को ट्रैफिक सिग्नल पर पेरिस के नैनटेरे में एक किशोर 17 वर्षीय नाहेल को पुलिसवाले ने गोली मारी थी।
पेरिस: फ्रांस में एक किशोर की पुलिसवाले द्वारा गोली मारने की घटना के बाद हिंसक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार चौथे दिन देश में हिंसक प्रदर्शन जारी रहे। चौथे दिन कई शहरों में हिंसा और लूटपाट की घटनाएं सामने आई। मंगलवार को ट्रैफिक सिग्नल पर पेरिस के नैनटेरे में एक किशोर 17 वर्षीय नाहेल को पुलिसवाले ने गोली मारी थी। फ्रांस हिंसा का जानिए 10 प्वाइंट्स में अपडेट...
फ्रांस में हुई हिंसा में शुक्रवार की रात को 270 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें सबसे अधिक 80 गिरफ्तारियां फ्रांस के दूसरे सबसे बड़े शहर मार्सिले में की गई। हिंसक प्रदर्शन करने वाले अबतक 1100 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। अरेस्ट किए गए अधिकतर प्रदर्शनकारियों की उम्र 14 से 18 साल के बीच है।
हिंसक प्रदर्शन में मार्सिले में तीन पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं। मार्सिले के मेयर बेनोइट पायन ने राष्ट्रीय सरकार से अतिरिक्त फोर्स भेजने का अनुरोध किया। हिंसा को देखते हुए फ्रांस के तीसरे सबसे बड़े शहर ल्योन में एक हेलीकॉप्टर और बख्तरबंद कार्मिक तैनात किए गए थे।
शांति बहाली के लिए देश के विभिन्न शहरों में बख्तरबंद वाहनों के साथ 45 हजार से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है। क्रैक पुलिस यूनिट्स और अन्य सिक्योरिटी फोर्सेस को भी देश के विभिन्न शहरों में तैनात किया गया है।
देश के आंतरिक मंत्री ने कहा कि हिंसा शुरू होने के बाद से 200 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं। दंगाइयों की औसत आयु 17 वर्ष थी। हिंसा की सबसे अधिक घटनाएं लूटपाट आदि मार्सिले और ल्योन शहर में हुई। इन दो शहरों की स्थिति सबसे खराब है।
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां लगातार दो बार कैबिनेट की मीटिंग इस आपात स्थिति से निपटने के लिए कर चुके हैं। वह लगातार हिंसा को बंद करने की अपील कर रहे हैं। मैक्रां ने कहा कि किसी भी सूरत में किशोर को गोली मारने की घटना को जायज नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने प्रदर्शनकारी किशारों व युवाओं के माता-पिता से अपील की कि वह लोग अपने बच्चों की जिम्मेदारी लें और अमन-शांति के लिए प्रयास करें।
फ्रांसीसी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कप्तान और पेरिस सेंट-जर्मेन के सुपरस्टार किलियन एमबीप्पे ने भी शांति की अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर हिंसा करने वालों को शोक मनाने, बातचीत करने और शांति से हल निकालने की अपील की। लेस ब्लेस ने कहा कि वे युवा नाहेल की क्रूर मौत से स्तब्ध हैं लेकिन हिंसा नहीं करने की अपील की है।
फ्रांस में दो हजार से अधिक कारें हिंसा की आग में खाक हो चुकी हैं। प्रदर्शनकारी ट्राम, सार्वजनिक सवारियों, बैंक, ऑफिसों, स्कूलों और घरों में आग लगा रहे हैं।
फ्रांस में अफ्रीकी मूल के किशोर नाहेल की एक पुलिसवाले द्वारा गोली मारने की घटना के बाद काफी दिनों से दबे यहां के नस्लीय अत्याचार का प्रतिरोध खुलकर सामने आ गया है। अल्पसंख्यक जातीय समुदाय के साथ पुलिस हिंसा की घटनाओं से दबे अन्याय की भावना से दबा गुस्सा भड़क चुका है। संयुक्त राष्ट्र अधिकार कार्यालय ने कहा कि उत्तरी अफ्रीकी मूल के किशोर की हत्या देश के लिए कानून प्रवर्तन में नस्लवाद और नस्लीय भेदभाव के गहरे मुद्दों को गंभीरता से संबोधित करने का एक क्षण था।
दंगे की आग में झुलस रहे फ्रांस में यात्रा करने वालों को ब्रिटेन व अन्य यूरोपीय देशों ने नहीं जाने की सलाह दी है। पर्यटकों को दंगा प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की एडवाइजरी जारी की गई है।
फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ ने देश में बिगड़े हालात पर चिंता जताते हुए इमरजेंसी लगाने के संकेत दिए हैं।