
बर्लिन। जर्मनी (Germany) ने शनिवार को नाटकीय रूप से रूस के खिलाफ यूक्रेन (Ukraine) की लड़ाई के लिए अपना समर्थन तेज कर दिया। यूक्रेन के लिए हथियारों के एक्सपोर्ट नीति में यू-टर्न लेते हुए कीव (Kyiv) के लिए हथियारों की डिलीवरी को मंजूरी दे दी और स्विफ्ट इंटरबैंक सिस्टम (SWIFT interbank system) तक मॉस्को की पहुंच को सीमित करने पर सहमति व्यक्त की। चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने कहा कि उनकी सरकार ने यूक्रेन को घातक हथियारों के एक बड़े बैच की डिलीवरी को मंजूरी दी है।
स्कोल्ज़ बोले-जर्मनी यूक्रेन के पक्ष में खड़ा है
स्कोल्ज़ ने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम व्लादिमीर पुतिन की हमलावर सेना के खिलाफ अपनी रक्षा में अपनी क्षमता के अनुसार यूक्रेन का समर्थन करें। जर्मनी, यूक्रेन के पक्ष के साथ खड़ा है।
हथियारों के निर्यात प्रतिबंध की नीति को बदला
यूक्रेन की मदद के लिए संघर्ष क्षेत्रों में हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की अपनी पुरानी नीति में भी बर्लिन ने अहम बदलाव किए हैं। बर्लिन अपना बुंडेसवेहर स्टोर खोल रहा है, जिसमें 1,000 टैंक-रोधी हथियार और 500 "स्टिंगर" वर्ग की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को यूक्रेन में स्थानांतरित किया जाएगा।
शनिवार को नीदरलैंड के माध्यम से यूक्रेन में 400 एंटी-टैंक रॉकेट लांचर की डिलीवरी को भी मंजूरी दे दी। टैंक-विरोधी लांचर नीदरलैंड द्वारा बर्लिन से खरीदे गए थे, और इसलिए हेग को कीव को सौंपने के लिए जर्मनी की हरी बत्ती की आवश्यकता थी। इसी तरह, पूर्व-कम्युनिस्ट पूर्वी जर्मनी से खरीदे गए आठ पुराने हॉवित्जर के यूक्रेन को हस्तांतरण के लिए एस्टोनिया से एक सप्ताह के लंबे अनुरोध को मंजूरी मिली है।
पोलैंड के माध्यम से यूक्रेन को दस हजार टन ईधन
एक सरकारी सूत्र ने कहा कि हथियारों के अलावा, 14 बख्तरबंद वाहन यूक्रेन को सौंपे जाएंगे। पोलैंड के माध्यम से यूक्रेन को 10,000 टन तक ईंधन भी भेजा जाएगा।
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यूक्रेन के 198 लोगों की मौत
रूस द्वारा किए गए हमले से अबतक यूक्रेन के 198 आम लोगों की मौत हुई है। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। 33 बच्चों सहित 1,115 लोग घायल हुए हैं। रूसी सेना ने कीव पर मिसाइल और तोपखाने से भारी हमला किया था। सिटी सेंटर में स्थित सरकारी भवनों के पास गोलियां चलीं। यूक्रेन के अधिकारियों ने नागरिकों से रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने में मदद करने का आग्रह किया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काला सागर से सूमी, पोल्टावा और मारियुपोल शहरों में क्रूज मिसाइलें दागीं और दक्षिणी शहर मारियुपोल के पास भारी लड़ाई हुई।
1.2 लाख शरणार्थियों ने छोड़ा यूक्रेन
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप उच्चायुक्त केली क्लेमेंट्स ने कहा है कि यूक्रेन में संकट जारी रहने के कारण 40 लाख लोग सीमा पार करने की कोशिश कर सकते हैं। 1.2 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। क्लेमेंट्स ने कहा कि 850,000 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
क्या है मामला?
रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।
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