ग्रीस में करना होगा सप्ताह में छह दिन काम, जानें यूरोप के अन्य देशों में क्या है स्थिति

जब दुनिया में सप्ताह में चार दिन काम करने और तीन दिन की छुट्टी की बात हो रही है ग्रीस सप्ताह में छह दिन काम लेने पर विचार कर रहा है। ऐसा आर्थिक संकट के चलते है।

 

वर्ल्ड डेस्क। आर्थिक संकट से जूझ रहे यूरोपीय देश ग्रीस में कर्मचारियों से सप्ताह में छह दिन काम लेने पर विचार किया जा रहा है। यह ऐसे समय में है जब दुनिया एक सप्ताह में चार दिन काम की बात कर रही है। ऐसा लग रहा है जैसे ग्रीस आर्थिक संकट के चलते पीछे की ओर कदम बढ़ा रहा है। ऐसे में हम यूरोप के अन्य देशों के साथ तुलना कर समझने की कोशिश करते हैं कि यहां कर्मचारियों के कल्याण की स्थिति कैसी है।

ग्रीस को 15 साल से मंदी का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते यहां की सरकार की कोशिश खर्च में कटौती करने और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की है। सरकार ने तीन बचाव पैकेज जारी किए थे। अब कर्मचारियों से सप्ताह में छह दिन काम लेने का सिस्टम शुरू होने जा रहा है। यह बदलाव 1 जुलाई से लागू हो जाएगा।

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ग्रीस का यह फैसला श्रम नियमों में एक बड़े बदलाव को दिखाता है। ग्रीस में आधिकारिक तौर पर 40 घंटे का कार्य सप्ताह बना हुआ है। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को सप्ताह में सिर्फ 40 घंटे काम करने होते हैं। ग्रीस में स्थिति बहुत खराब है। आइए देखते हैं काम के घंटों की सीमा और कार्य सप्ताह की अवधि कम करने के मामले में यूरोपीय संघ (EU) के अन्य देश कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं?

यूरोपीय यूनियन में लागू हैं ये लेबर स्टैंडर्ड

यूरोपीय यूनियन में काम के घंटों को लेकर एक न्यूनतम मानक है। इसे सभी सदस्य देशों को मानना होता है। इसके अनुसार एक कर्मचारी से एक सप्ताह में अधिकतम 48 घंटे काम लिया जा सकता है। हर साल उसे कम से कम चार सप्ताह की छुट्टी (वेतन के साथ) मिलेगी। कर्मचारी को काम के दौरान आराम मिलना चाहिए। इन नियमों के बावजूद ग्रीस के कर्मचारियों को पहले से ही यूरोप में सबसे लंबे समय तक काम करना होता है । यह औसतन प्रति सप्ताह 41 घंटे है। यह 20-64 वर्ष की आयु के लोगों के लिए प्रति सप्ताह 37.5 घंटे के यूरोपीय संघ के औसत से काफी अधिक है।

पोलैंड, रोमानिया और बुल्गारिया: इन देशों में कर्मचारियों को औसतन सप्ताह में 40.2 से 40.4 घंटे काम करना होता है।

जर्मनी: जर्मनी में एक सप्ताह में 5 दिन काम करना होता था। 1 फरवरी से देश में श्रमिकों की कमी को दूर करने के लिए चार दिन के कार्य सप्ताह का प्रयोग किया जा रहा है। जर्मनी में श्रमिक यूरोप में सबसे कम प्रति सप्ताह 35.3 घंटे काम करते हैं।

नीदरलैंड: 18 साल या इससे अधिक उम्र के लोग प्रतिदिन अधिकतम 12 घंटे और प्रति सप्ताह 60 घंटे काम कर सकते हैं। हालांकि हर सप्ताह ऐसा करने की अनुमति नहीं है। आमतौर पर कर्मचारी औसतन प्रति सप्ताह 33.2 घंटे काम करते हैं।

फ्रांस: फ्रांस में कर्मचारी रोज अधिकतम 10 घंटे और सप्ताह में 48 घंटे काम करते हैं। असाधारण स्थिति में इसे बढ़ाकर प्रति सप्ताह 60 घंटे किया जा सकता है।

यूनाइटेड किंगडम: यूके में कर्मचारियों को औसतन एक सप्ताह में 48 घंटे काम करना होता है।

स्पेन: स्पेन में कर्मचारी सप्ताह के पांच दिनों में 40 घंटे काम करते हैं। दिसंबर 2022 में स्पेन ने सप्ताह में चार दिन काम लेने के दो साल का पायलट प्रोग्राम शुरू किया था।

इटली: इटली में कर्मचारियों को सप्ताह में आम तौर पर 40 घंटे काम करना होता है। वे सप्ताह के पांच दिन आठ घंटे काम करते हैं। कर्मचारियों से एक सप्ताह में 48 घंटे से अधिक काम नहीं लिया जाता।

बेल्जियम: बेल्जियम में कर्मचारियों को एक सप्ताह में 38 घंटे काम करना होता है। आम तौर पर कर्मचारी सप्ताह में पांच दिन काम करते हैं। हाल ही में नया कानून लागू किया गया है। इसके अनुसार अब कर्मचारी एक सप्ताह के चार दिन में 38 घंटे काम कर सकते हैं।

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डेनमार्क: डेनमार्क में कर्मचारियों को एक सप्ताह में 37 घंटे काम करना होता है। कर्मचारी आमतौर पर इन घंटों को चार से पांच दिनों में बांटते हैं।

स्वीडन: स्वीडन में एक सप्ताह में 40 घंटे काम करना होता है। आम तौर पर लोग सप्ताह में पांच दिन काम करते हैं।

नॉर्वे: नॉर्वे में एक सप्ताह में कर्मचारी 40 घंटे काम करते हैं। इसे अक्सर पांच दिनों में बांटा जाता है।

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