H9N2 की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों में सांस लेने की समस्या हो रही है।
H9N2 cases outbreak: कोरोना के बाद अब चीन में H9N2 वायरस का कहर बरप रहा है। उत्तरी चीन में काफी संख्या में H9N2 वायरस ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। H9N2 की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों में सांस लेने की समस्या हो रही है। उधर, चीन में तेजी से फैल रहे H9N2 केसों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड में है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चीन की स्थिति की कड़ी निगरानी की जा रही है।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने जारी की एडवाइजरी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी में कहा कि मंत्रालय, उत्तरी चीन में बच्चों में एच9एन2 मामलों के फैलने और श्वसन संबंधी बीमारियों पर नजर बनाए हुए है। चीन से रिपोर्ट किए गए एवियन इन्फ्लूएंजा के मामलों के साथ-साथ श्वसन संबंधी बीमारी से भारत में जोखिम कम है। भारत मौजूदा स्थिति से उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए तैयार है।
चीन में अस्पताल बच्चों से भरे पड़े
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीमार बच्चों की भारी वृद्धि के कारण बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पताल में बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं। महामारी बढ़ने की वजह से स्कूल बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चीन के कई शहरों से अस्पतालों के फोटोज सामने आ रहे हैं जहां माता-पिता अपने बच्चों को लेकर इधर उधर भटक रहे हैं। अस्पताल के गलियारे तक मरीजों से भरे पड़े हैं।
चीन में हाई अलर्ट
चीन की सार्वजनिक रोग निगरानी सिस्टम ProMED ने उत्तरी चीन में बच्चों के बीच अज्ञात निमोनिया को चिंहित किया है। स्वास्थ्य अधिकारी इसकी जांच में जुटे हुए हैं। प्रोमेड ने अलर्ट जारी कर कहा कि चीन में निमोनिया के प्रकोप के साथ बीजिंग, लियाओनिंग और अन्य स्थानों में बच्चों के अस्पताल बीमार बच्चों से भर गए हैं। स्कूल और क्लासेस सस्पेंड कर दिए गए हैं। मेडिकल प्रशासन महामारी से निपटने के उपाय करने का प्रयास कर रहा है। मेडिकल कम्युनिटी, साइंटिस्ट और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी महामारी से पहले से ही सचेत किया है। दरअसल, चीन में 2019 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया था।
यह भी पढ़ें: