जानें कौन है हमास कमांडर मोहम्मद डेइफ, इसने इजरायल को दिया सबसे गहरा जख्म

हमास कमांडर मोहम्मद डेइफ ने इजरायल पर हमले की प्लानिंग की और अंजाम दिया। डेइफ की हत्या के लिए इजरायल ने सात बार कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।

तेल अवीव। इजरायल को इतिहास का सबसे बड़ा जख्म खालिस्तानी आतंकी संगठन हमास ने दिया है। इसकी पूरी प्लानिंग हमास कमांडर मोहम्मद डेइफ ने रची थी। 

डेइफ की हत्या के लिए इजरायल ने सात बार कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। सबसे हाल में इजरायल ने 2021 में डेइफ को मारने की कोशिश की थी। डेइफ बहुत कम बोलता है। वह कभी लोगों के सामने नहीं आता। डेइफ की तीन तस्वीर ही उपलब्ध है। एक तस्वीर तब की है जब वह 20 साल का था। दूसरी तस्वीर में उसने नकाब पहना हुआ है। वहीं, तीसरी तस्वीर उसकी परछाई की है।

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किसी को पता नहीं डेइफ का ठिकाना

डेइफ का ठिकाना किसी को पता नहीं। हालांकि यह कहा जाता है कि वह गाजा में एन्क्लेव के नीचे सुरंगों की भूलभुलैया में रहता है। इजरायली सुरक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डेइफ हमले की योजना बनाने और अंजाम देने में सीधे तौर पर शामिल था।

फिलिस्तीनी सूत्रों के अनुसार गाजा में इजरायली हवाई हमलों में जिन घरों पर हमला किया गया उनमें से एक डेइफ के पिता का था। डेइफ के भाई और परिवार के दो अन्य सदस्य मारे गए हैं। हमास के करीबी सूत्रों के अनुसार हमले का फैसला गाजा में हमास के नेता येह्या सिनवार के साथ हमास के अल कसम ब्रिगेड की कमान संभालने वाले डेइफ ने मिलकर लिया था। डेइफ इस हमले का मास्टरमाइंड था। हमले के बारे में हमास के सिर्फ चंद आतंकियों को जानकारी थी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईरान को यह तो पता था कि हमास बड़ा हमला करने वाला है, लेकिन उसे पता नहीं था कि हमला कब और कितना बड़ा होगा। डेइफ ने अपनी योजना को सफल बनाने के लिए इजरायल को धोखा दिया। उसने इजराइल को विश्वास दिलाया कि हमास लड़ाई करने में दिलचस्पी नहीं रखता। वह गाजा में आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। हमास ने दो साल तक हमले की तैयारी की।

शरणार्थी शिविर हुआ था डेइफ का जन्म

डेइफ का जन्म 1965 में 1948 के अरब-इजरायल युद्ध के बाद स्थापित खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। उसका बचपन का नाम मोहम्मद मसरी था। वह 1987 में शुरू हुए पहले इंतिफादा या फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान हमास में शामिल हुआ था। इसके बाद से उसे मोहम्मद डेइफ के रूप में जाना जाने लगा।

उसे 1989 में इजरायल ने गिरफ्तार किया था। उसने लगभग 16 महीने हिरासत में बिताए थे। डेइफ ने गाजा में इस्लामिक विश्वविद्यालय से विज्ञान में डिग्री हासिल की। उसने भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की पढ़ाई की है। हमास में आगे बढ़ते हुए डेइफ ने समूह के सुरंगों के नेटवर्क और बम बनाने की विशेषज्ञता विकसित की। वह दशकों से इजराइल की सर्वाधिक वांछित सूची में शीर्ष पर है। उसे आत्मघाती बम विस्फोटों में दर्जनों इजराइलियों की मौत के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है।

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डेइफ के लिए छिपे रहना जीनव और मौत का प्रश्न रहा है। इजरायल द्वारा किए गए हत्या के एक प्रयास में उनकी एक आंख चली गई और एक पैर में गंभीर चोटें आईं। 2014 में इजरायली हवाई हमले में उनकी पत्नी, 7 महीने का बेटा और 3 साल की बेटी मारे गए थे। वह स्मार्ट फोन जैसी डिजिटल डिवाइस इस्तेमाल नहीं करता।

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