
बीजिंग. चीन के साथ व्यापार समझौता जल्द नहीं होने की स्थिति में अमेरिका वहां से आयात होने वाले सामान पर मौजूदा शुल्क को और बढ़ा सकता है। व्हाइट हाउस के एक मुख्य सलाहकार ने इसकी जानकारी दी। चीन नीति पर व्हाइट हाउस के सलाहकार माइकल पिल्सबरी ने कहा कि यदि कोई समझौता नहीं होता है तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के सामानों पर शुल्क और बढ़ा सकते हैं।
पिछले दो साल से चल रहा है ट्रेड वार
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थायें पिछले साल मार्च से व्यापार युद्ध में उलझी हुई हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले साल मार्च में चीन से आयात होने वाले 250 अरब डालर के सामान पर 25 प्रतिशत तक शुल्क बढ़ा दिया था। चीन ने भी इसके जवाब में अमेरिका से आयात होने वाले 110 अरब डालर के सामान पर शुल्क लगा दिया।
ट्रंप के पास मौजूद हैं कई विकल्प
दोनों देशों के बीच इसके बाद से अब तक 12 दौर की व्यापार वार्ता हो चुकी है। हालांकि, अभी तक दोनों किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाये हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के आलोचक यह समझने में गलती कर रहे हैं कि वह पूर्णस्तरीय व्यापार युद्ध की सिर्फ भभकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, वाल स्ट्रीट के वित्तीय बाजार को शामिल करने समेत अन्य विकल्प भी हैं। आपको मालूम है, राष्ट्रपति के पास विकल्पों की पूरी श्रृंखला है। पिल्सबरी ने कहा कि ट्रंप अमेरिका और चीन का व्यापार समाप्त नहीं करना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि व्यापार बढ़े ताकि व्यापार घाटा समाप्त हो।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
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