इमरान खान की बढ़ी मुश्किलें: क्रिकेट चैरिटी के पैसे को राजनीतिक पार्टी खड़ी करने में लगाने का आरोप

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा कि इमरान खान का झूठ एक बार फिर उजागर हुए है, अगर हिम्मत हो तो उनको ब्रिटिश अखबार के खिलाफ उस रिपोर्ट के लिए मानहानि का केस करना चाहिए।

Dheerendra Gopal | Published : Jul 30, 2022 1:29 PM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें पद से हटने के बाद भी कम नहीं हो रही है। दरअसल, ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स (British newspaper Financial Times) ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है कि कैसे चैरिटी क्रिकेट मैचों के माध्यम से एकत्र किए गए धन का उपयोग इमरान खान ने अपनी राजनीतिक पार्टी के उदय के लिए किया था। रिपोर्ट आने के बाद पाकिस्तान की राजनीति में फिर से भूचाल आ गया है। इमरान खान के विरोधी लगातार उन पर हमलावर हैं। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा कि इमरान खान का झूठ एक बार फिर उजागर हुए है, अगर हिम्मत हो तो उनको ब्रिटिश अखबार के खिलाफ उस रिपोर्ट के लिए मानहानि का केस करना चाहिए।

फाइनेंशियल टाइम्स ने गुरुवार को क्रिकेट मैच से राजनीतिक उदय की एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तान में क्रिकेटर इमरान खान की राजनीतिक यात्रा और उनकी पार्टी के उदय की पूरी कहानी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वूटन क्रिकेट लिमिटेड (Wootton Cricket Ltd) को फीस का भुगतान किया गया था, जो कि असल में दुबई स्थित अबराज ग्रुप के संस्थापक पाकिस्तानी टाइकून आरिफ नकवी के स्वामित्व वाली केमैन आइलैंड्स-निगमित कंपनी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वूटन क्रिकेट लिमिटेड का इस्तेमाल क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के लिए किया। उनको एक प्रभावशाली अरब व्यक्ति से अप्रैल 2013 में कम से कम 20 लाख पाउंड सहित कंपनियों और व्यक्तियों से धन प्राप्त हुए थे। 

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इमरान खान को शहबाज शरीफ ने किया चैलेंज

रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रधान मंत्री शहबाज ने एक ट्वीट में कहा: मैं इमरान खान से लेख प्रकाशित करने के लिए फाइनेंशियल टाइम्स के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करने का आग्रह करता हूं। अगर वह नहीं करता है तो उसका सच सामने आ जाएगा। मुझे यकीन है कि वह नहीं करेगा। यह एक बार फिर साबित होगा कि वह कितनी बेशर्मी से झूठ बोल रहा है और पाकिस्तान के लोगों को धोखा दे रहा है। क्या यह और अधिक हानिकारक हो सकता है? पीटीआई बैंक खातों में विदेशी धन के प्रवाह का विवरण देने वाली फाइनेंशियल टाइम्स की कहानी ने स्व-घोषित ईमानदारी और धार्मिकता का पर्दाफाश किया है। इमरान नियाज़ी बड़े पैमाने पर विरोधाभासों, झूठ और पाखंड का एक समूह है।

अमेरिका से इमरान को मिला धन सबसे बड़ा खतरा

सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि पीटीआई प्रमुख खान और उनकी पार्टी द्वारा प्राप्त विदेशी धन पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उसने कहा कि खान को संयुक्त राज्य अमेरिका से धन प्राप्त हुआ और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है। औरंगजेब ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर चर्चा करने के बजाय, खान को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने अपनी पार्टी के मामलों को चलाने के लिए दान का इस्तेमाल क्यों किया।

चुनाव आयोग की जांच रिपोर्ट का इंतजार

69 वर्षीय इमरान खान ने कहा कि वह चुनाव आयोग की जांच के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीटीआई के बारे में पहले से अनुमान लगाना उचित नहीं होगा। अपनी जनवरी की रिपोर्ट में, चुनाव आयोग ने कहा कि वूटन क्रिकेट ने पीटीआई को 2.12 मिलियन अमरीकी डालर हस्तांतरित किए थे, लेकिन पैसे के मूल स्रोत का खुलासा नहीं किया। घोटाले का असर अभी भी खान की फिर से चुनावी महत्वाकांक्षाओं को प्रभावित कर सकता है। जुलाई में उन्होंने पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत पंजाब में उपचुनावों में पीटीआई की महत्वपूर्ण जीत के बाद जल्द चुनाव कराने के अपने आह्वान को फिर से दोहराया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्विटर पर उन्होंने पाकिस्तान के चुनाव आयोग को पूरी तरह से पक्षपाती बताया।

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