
Myanmar Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई। शनिवार तक मृतकों की संख्या 1,644 तक पहुंच गई है, जबकि जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा के बीच शनिवार को म्यांमार में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनमें सबसे तेज झटका 5.2 तीव्रता का दर्ज किया गया।
भारत ने मानवीय सहायता के तहत 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया और म्यांमार में सबसे पहले बचाव दल भेजकर राहत कार्यों में सहयोग किया। इसके तहत शनिवार को 15 टन राहत सामग्री भेजी गई, जिससे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाई जा सके।
म्यांमार में आए भीषण भूकंप के कारण अब तक 1,644 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,408 लोग घायल हुए हैं। कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, और राहत कार्य के दौरान मलबे से और शव निकलने की आशंका जताई जा रही है। इस विनाशकारी भूकंप से कई इमारतें ध्वस्त हो गईं, सड़कें टूट गईं, पुल गिर गए और एक बांध भी क्षतिग्रस्त हो गया। म्यांमार की सैन्य सरकार ने आपदा से हुए नुकसान की तस्वीरें जारी की हैं, जिसमें राष्ट्रपति भवन को भी भारी क्षति पहुंची है।
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भारत ने म्यांमार की सहायता के लिए भारतीय वायु सेना के विमान और नौसेना के जहाज तैनात किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सीनियर जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बातचीत की और भरोसा दिलाया कि भारत संकट की इस घड़ी में म्यांमार के साथ खड़ा है और हरसंभव मदद करेगा।
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