यह कदम पर्यटकों और भारत आने वाले मालदीव के नागरिकों के लिए काफी फायदेमंद होगा। जल्द ही द्वीपीय देश में UPI सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
भारत- मालदीव संबंधों में आई गर्माहट के बीच भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के उद्देश्य से हुई बातचीत में भारत ने अपनी स्वदेशी भुगतान प्रणाली रुपे कार्ड सेवाएं मालदीव में शुरू कर दी हैं। रुपे कार्ड से भुगतान के पहले लेनदेन के साक्षी भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मुइज़ू बने। यह कदम पर्यटकों और भारत आने वाले मालदीव के नागरिकों के लिए काफी फायदेमंद होगा। जल्द ही द्वीपीय देश में UPI सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
क्रेडिट, डेबिट और प्रीपेड कार्ड के जरिए ऑफलाइन और ऑनलाइन लेनदेन के लिए रुपे कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। रुपे एक बहुत ही सुरक्षित नेटवर्क है। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी किया जाता है। दुनिया भर के 200 से ज्यादा देशों में 42.4 मिलियन से ज्यादा पॉइंट-ऑफ-सेल (POS) मशीनों और 1.90 मिलियन से ज्यादा ATM पर यह कार्ड स्वीकार किया जाता है। भारत के अलावा, यह कार्ड कई अन्य देशों में भी उपलब्ध है। रुपे कार्ड से ATM से पैसे निकालने और POS पर भुगतान करने की सुविधा मिलती है। रुपे कार्ड से रेलवे टिकट बुक करने पर कैशबैक भी मिलता है। कम मूल्य के लेनदेन के लिए कॉन्टैक्टलेस कार्ड भी उपलब्ध हैं।
मुहम्मद मुइज़ू ने उदार वित्तीय सहायता के लिए भारत को धन्यवाद दिया, जिसमें सरकारी बॉन्ड का विस्तार और मुद्रा विनिमय समझौतों पर हस्ताक्षर शामिल हैं। मालदीव में भारतीय निवेश को बढ़ावा देने के लिए, देश जल्द ही भारत के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेगा।