पाक के सिंध प्रांत में 2 हिंदू लड़कियों के अपहरण के बाद भारत की ओर से पड़ोसी देश को अल्पसंख्यकों की रक्षा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है। भारत ने पाकिस्तान उच्चायुक्त के अधिकारियों को तलब करते हुए तत्काल किडनैप लड़कियों को आजाद कराने की बात कही है।
नई दिल्ली. पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के खिलाफ अत्याचार कम नहीं हो रहा है। 2 नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया और हालिया मामलों पर कड़ा विरोध जताया।
तत्काल कार्रवाई की मांग
पाकिस्तान के तलब अधिकारियों से भारतीय अधिकारियों ने अल्पसंख्यक लड़कियों के साथ अत्याचार पर कड़ी आपत्ति जताते हुए अपहृत लड़कियों को तत्काल मुक्त कराने के लिए कहा है। हालांकि पाकिस्तान इस मामले पर अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है।
यह है पूरा घटना
पाक के सिंध प्रांत में 2 हिंदू लड़कियों के अपहरण के बाद भारत की ओर से पड़ोसी देश को अल्पसंख्यकों की रक्षा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है। स्थानीय खबरों के मुताबिक, अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की 2 नाबालिग लड़कियों शांति मेघवाड़ और सरमी मेघवाड़ का 3 दिन पहले 14 जनवरी को सिंध प्रांत के एक गांव से अपहरण कर लिया गया था।
पिछले साल भी हुई थी घटना
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। गत वर्ष दिसंबर में ईसाई समाज की नाबालिग लड़की का जबरन धर्म परिर्वतन व शादी करा दी गई। नवंबर में ही सिंध प्रांत से दो नाबालिग ¨हिदू बहनों का अपहरण करके उन्हें जबरन इस्लाम कुबूल करवाया गया था। बाद में उनसे शादी करा दी गई। सितंबर में दो सिख लड़कियों के अपहरण के बाद जबरन उनकी शादी करा दी गई थी। पिछले साल पाकिस्तान में सिंधी हिंदू लड़की नम्रता चंदानी की हत्या कर दी गई थी। नम्रता चंदानी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना में एक मेडिकल कॉलेज में छात्रा थी।